खतरनाक है फंगल इंफेक्शन
स्वयं पहचानें फंगल इंफेक्शन को
डॉ. प्रीति सिंह फंगल इंफेक्शन बालों में होने वाला गंभीर संक्रमण है। इसके कारण बाल बहुत तेजी से झड़ते हैं तथा रूखे एवं बेजान दिखाई देते हैं। इस इंफेक्शन के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं- बालों में खुजली एवं जलन। परतदार डेंड्रफ। पसीने के बाद खुजली।अधिक संख्या में बालों का झड़ना।प्रायः बालों के फंगल इंफेक्शन का पता आसानी से नहीं चलता। चूँकि बालों में डेंड्रफ दिखाई देती है अतः इसे सामान्य डेंड्रफ का केस समझकर चिकित्सा की जाती है जिससे कुछ राहत तो मिलती है, परंतु समस्या का पूर्ण समाधान नहीं होता। यह फंगस भी अलग-अलग प्रकार की होती है जिसे तीव्रता के आधार पर तीन प्रकारों में बाँटा जा सकता है।माइल्ड (साधारण) मॉडरेट (मध्यम)सीवियर (गंभीर)।
आइए जानें आप किस प्रकार जान सकते हैं कि आप किस प्रकार के फंगल इंफेक्शन से पीड़ित हैं। निम्न लक्षणों के आधार पर आप यह आसानी से जान सकते हैं।माइल्ड इंफेक्शन* पाउडरी या ऑइली डेंड्रफ उपस्थित रहता है।* बालों का घनापन कम होता जाता है।*खुजली एवं पसीने के बाद जलन उपस्थित रहती है।मॉडरेट इंफेक्शन* डेंड्रफ की छोटी-छोटी परतें दिखाई देती हैं।* बालों में बीच-बीच में छोटे या बड़े बालरहित गोल पैच दिखाई देते हैं। * बाल अधिक संख्या में झड़ते हैं। * खुजली एवं जलन होती है।सीवियर इंफेक्शन* पूरे सिर पर डेंड्रफ की परत दिखाई देती है।* सिर के एक हिस्से के पूरे बाल झड़ जाते हैं।*बाल अत्यधिक संख्या में झड़ते हैं।* तीव्र खुजली एवं जलन होती है।मॉडरेट इंफेक्शन में यदि बालरहित पैच की त्वचा काले रंग की हो गई हो तो इसे सीवियर इंफेक्शन ही समझना चाहिए। मॉडरेट और सीवियर इंफेक्शन के अधिक समय तक रहने पर बालरहित भाग की त्वचा चिकनी होने लगती है एवं वहाँ पर बालों की जड़ें मरने लगती हैं। यदि ऐसा ही हो रहा हो तो समझना चाहिए कि शीघ्र चिकित्सा की आवश्यकता है। अन्यथा बालों के पुन: आने की संभावना कम हो जाएगी। फंगल इंफेक्शन का पता फंगस टेस्ट के द्वारा लगाया जाता है। परंतु यह आवश्यक नहीं कि टेस्ट में फंगस नहीं आई तो बालों में फंगस नहीं है। कई बार बालों में फंगस होते हुए भी टेस्ट निगेटिव आती है। अत: संक्रमण है या नहीं इसका अंतिम निर्णय लक्षणों के आधार पर ही होना चाहिए।फंगल इंफेक्शन के स्त्रोत को समझना भी अत्यंत आवश्यक है। डायबिटीज के रोगी में इस इंफेक्शन की आशंका अधिक रहती है। अत: यह इंफेक्शन होने पर ब्लड शुगर की जाँच भी अवश्य करा लें। खासकर तब जब आपके परिवार में डायबिटीज का इतिहास मिलता हो। यह इंफेक्शन ब्यूटी पार्लर एवं सैलून में उपयोग होने वाले टॉवेल और कंघी आदि से भी आ सकता है। अत: इन स्थानों पर आप स्वयं का कंघा व टॉवेल ले जाएँ। कभी भी घर में भी दूसरों का कंघा, टॉवेल आदि उपयोग ना करें। इस संक्रमण की शीघ्र चिकित्सा अत्यंत आवश्यक है।
ऐसी स्थिति में कुशल केश रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें। अधिक देर होने पर बालों की जड़ों को स्थायी नुकसान पहुँच सकता है। इससे पुन: बाल आना संभव नहीं हो पाएगा। इस संक्रमण से निपटने हेतु खाने व लगाने की एंटी फंगल दवाएँ दी जाती है। इन दवाओं को सही मात्रा में सही अवधि तक लिया जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो फंगस के स्पोर्स(अंडे) बालों की जड़ों में रह जाते हैं। जिससे पुन: फंगस बन जाती है। सही उपचार, सही समय पर किया जाए तो झड़े हुए बाल पुन: वापस आ जाते हैं। साधारण डेंड्रफ और फंगल इंफेक्शन के फर्क को समझ कर इसकी उचित चिकित्सा की जा सकती है।