हार्दिक पटेल ने बताया शादी का खर्च घटाने का तरीका
- वेबदुनिया न्यूज डेस्क
इन दिनों गुजरात की राजनीति में सुर्खियां बटोर रहे पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने शादी में खर्च घटाने का तरीका बताया है। गौरतलब है कि हार्दिक इन दिनों कांग्रेस के साथ करीबियां बढ़ा रहे हैं।
हार्दिक ने एक ट्वीट कर कहा है कि शादी और पारिवारिक कार्यक्रम होटल में करें, वीडियोग्राफी खर्च बच जाएगा। दरअसल, पिछले दिनों ताज होटल में हार्दिक ने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की थी और उसके सीसीटीवी फुटेज मीडिया में आ गए। इसीलिए यह कमेंट उनकी नाराजगी को ही प्रदर्शित करता है। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज बाहर आने के बाद उन पर कांग्रेस के साथ सौदेबाजी के आरोप भी लगे थे।
हार्दिक पटेल के इस ट्वीट पर समर्थन और विरोध में लोगों की काफी प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं। जाह्नवी झा नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि देश को मोदी ने 30 साल पीछे धकेल दिया है अपनी गलत नीतियों के कारण और फिर भी उम्मीद रखते हैं कि हम उन्हें गुजरात जिताएंगे, फेंकू।
एक अन्य ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि आम लोगों को बहकाकर पिटवा और मरवा डाला और खुद रात के अंधेरे में पप्पू मियां से ब्रीफकेस लेके निकल लिए। पटेल भाई को ना आरक्षण मिला ना ब्रीफकेस। इसके साथ ही हार्दिक पटेल का ब्रीफकेस के साथ फोटो भी ट्वीट किया गया है।
दिनेश जोशी ने ट्वीट किया कि एक बात है राहुल गांधी और उनके सहयोगियों ने गुजरातियों की तुलना गधों से की थी उत्तरप्रदेश के चुनावों में अब समझ में आया कि वे तीन गधे कौन हैं। पटेलों, ठाकोर ओर दलितों की मलाई के साथ-साथ खुरचन भी ये तीनों खा गए।
ज्योति सिंह राजपूत ने ट्वीट किया कि 21 साल का अक्षर पटेल है जो देश के लिए खेलकर देश का नाम रोशन कर रहा है और 23 साल का हार्दिक पटेल है, जो आरक्षण को लेकर देश को लूट रहा है।
हार्दिक पटेल के पुतले फूंके : दूसरी ओर गुजरात में कम से कम दो स्थानों पर कथित तौर पर पाटीदार समुदाय के ही युवाओं ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति यानी पास के संयोजक हार्दिक पटेल के पुतले जलाए। हार्दिक की ओर से कांग्रेस के पक्ष में कथित बयानबाजी तथा राहुल गांधी से उनकी कथित गुपचुप मुलाकात के आरोपों को लेकर पाटीदार समुदाय के युवाओं ने पहले अहमदाबाद के असारवा क्षेत्र के मेघाणीनगर में हार्दिक के पुतले की शवयात्रा निकाली और बाद में इसे जला दिया। राजकोट में युवकों ने हार्दिक का पुतला फूंका।