गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. किसान आंदोलन
  4. Mahapanchayat announced regarding the Farmer Protest
Last Modified: बुधवार, 3 फ़रवरी 2021 (23:12 IST)

तीनों कानून वापस होंगे, तभी किसान अपने घर पर आराम करेगा : किसान महापंचायत

तीनों कानून वापस होंगे, तभी किसान अपने घर पर आराम करेगा : किसान महापंचायत - Mahapanchayat announced regarding the Farmer Protest
रुड़की। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की क्षेत्र में मंगलौर गुड़ मंडी में किसान महापंचायत में जनसैलाब उमड़ पड़ा। यहां भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरी।उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दलों की ओर से किसान आंदोलन को जहां चंद संगठनों का आंदोलन बताया जा रहा है, वहीं किसानों की महापंचायत देखकर तो नहीं लगता कि ये चंद संगठनों का आंदोलन है।

नेताओं के ट्विटर अकाउंट को देखने पर तो गिने-चुने, चंद आदि शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं कुछ तो उन्हें किसान मानने को तैयार नहीं हैं। इसके उलट उत्तराखंड के रुड़की क्षेत्र में मंगलौर मंडी में किसान महापंचायत में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरने के साथ ही उत्तराखंड के किसानों से भी दिल्ली बॉर्डर पर धरने में शिरकत करने का आह्वान किया।आज भाकियू नेता राकेश टिकैत ने जहां हरियाणा के जींद में महापंचायत की।

वहीं नरेश टिकैत मंगलौर मंडी पर महापंचायत के माध्यम से किसान आंदोलन के लिए उत्तराखंड के किसानों में भी जोश भरते दिखे। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसान एक अनुशासित कौम है। इस आंदोलन को किसान अपने स्वाभिमान व सम्मान की लड़ाई के लिए संचालित कर रहा है। यह सरकार किसानों के स्वाभिमान के साथ खिलवड़ कर रही है।

उन्होंने कहा कि लाल किले में जो कुछ हुआ, उसका किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। किसान तिरंगे की आन, बान और शान के लिए प्राण दे देगा, लेकिन तिरंगे को झुकने नहीं देगा। आज किसान को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में 2013 के दौरान हुए दंगे इन लोगों की साजिश का एक हिस्सा है।जिन्होंने हिंदू और मुसलमान को आपस में लड़वाया।

उन्होंने कहा कि 6 फरवरी को देशव्यापी चक्काजाम का ऐलान किया गया है। सभी किसानों को इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेना है। साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पर जो धरना चल रहा है, उत्तराखंड के किसान भी थोड़े-थोड़े कर वहां पर जाएं और अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि किसान की लड़ाई एक मजबूत सरकार के साथ है। इसलिए आंदोलन भी मजबूती के साथ ही चलेगा।

इस मौके पर उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गुलशन रोड ने कहा कि इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। किसान को बांटने का काम यह सरकार कर रही है। इसलिए अब किसान किसी भी कीमत पर चुप नहीं बैठेगा। तीनों कानून वापस होंगे, तभी किसान अपने घर पर आराम करेगा।

इस मौके पर भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, रवि चौधरी जिला अध्यक्ष, विजय शास्त्री, राकेश लोहार, पदम सिंह भाटी समेत तमाम किसान नेता मौजूद थे।
ये भी पढ़ें
COVID-19 : वैज्ञानिकों ने की एंटीवायरल दवा की खोज, Corona के उपचार में होगी प्रभावी