नई दिल्ली। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन 70वें दिन भी जारी। हरियाणा के जिंद में आज किसानों की महापंचायत में किसान आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनेगी। किसान आंदोलन से जुड़ी हर जानकारी...
05:19PM, 3rd Feb

-भाजपा नेता संबित पात्रा ने किसान आंदोलन के मामले में सियासत का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि गोलियां चलें और लाशें बिछ जाएं। पात्रा ने कहा- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हुड़दंगियों को रिहा करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये उनके अपने हैं?
संबित पात्रा ने कहा कि राहुल और रिहाना दोनों को ही खेती के बारे में कुछ नहीं मालूम है। ये लोग कृषि कानून पर बात कर रहे हैं, जबकि इन्हें रबी की फसल के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कैलिफोर्निया में जब महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ा गया तो ये लोग कहां थे। उस समय इनमें से किसी ने भी ट्वीट नहीं किया था।
03:50PM, 3rd Feb
-केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए जींद में आयोजित ‘महापंचायत’ के दौरान वह मंच टूट गया, जिस पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत और अन्य किसान नेता बैठे थे।
-जींद के कंडेला गांव में आयोजित हुई इस महापंचायत में कई खाप नेताओं ने भाग लिया।
-इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।
02:05PM, 3rd Feb
-हरियाणा के जिंद में किसानों की महापंचायत। किसान नेता राकेश टिकैत भी महापंचायत में शामिल।
Haryana: Bharatiya Kisan Union (Arajnaitik) leader Rakesh Tikait reaches Jind where a 'Mahapanchayat' is underway pic.twitter.com/teG8JFYX2S
— ANI (@ANI) February 3, 2021
01:07PM, 3rd Feb

-विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन पर विदेशी लोगों एवं संस्थाओं की टिप्पणियों पर कहा, इन प्रदर्शनों को भारत की लोकतांत्रिक प्रकृति एवं लोकतांत्रिक राजतंत्र के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
-शिवसेना ने बुधवार को कहा कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर ध्वज लगाने की घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग में ऐसा कुछ नहीं दिख रहा जिससे तिरंगे के अपमान की बात सामने आती हो।
12:09PM, 3rd Feb

-कहा-चाहते हैं लापता किसान लौटें।
-जो किसान लापता हैं उन्हें ढूंढा जाए।
12:01PM, 3rd Feb
-राज्यसभा में गृह मंत्रालय ने कहा- किसान आंदोलन से आर्थिक नुकसान, स्थानीय लोगों को हो रही दिक्कत
-शिवसेना सांसद अनिल देसाई के सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि किसानों के आंदोलन से दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में लोगों के लिए स्थिति असुविधाजनक हो रही है। सरकारों को भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है।
-शिवसेना से राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने पूछा था कि किसानों से सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को खाली कराने पर क्या कार्रवाई की?
-जवाब में मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने सूचित किया है कि राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर, चिल्ला ,टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा बॉर्डर अवरूद्ध किए गए हैं। दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों के निवासियों के लिए स्थिति असुविधाजनक है।
-जवाब में मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने सूचित किया है कि राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर, चिल्ला ,टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा बॉर्डर अवरूद्ध किए गए हैं। दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों के निवासियों के लिए स्थिति असुविधाजनक है।
11:58AM, 3rd Feb
-गणतंत्र दिवस पर किसानों की ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई भ्रामक ट्वीट करने के आरोप में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
-दिल्ली पुलिस ने 30 जनवरी को थरूर, सरदेसाई, ‘कारवां’ पत्रिका और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
-मध्य प्रदेश पुलिस ने भी दिल्ली में किसानों की ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरन हिंसा पर भ्रामक ट्वीट करने के आरोप में थरूर एवं 6 पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
11:25AM, 3rd Feb

-देश के लिए जवान भी जरूरी और किसान भी।
-हम किसानों के बिना कुछ भी नहीं है।
-130 करोड़ लोगों को रोटी देता है किसान।
-पाक, चीन से लड़ों, किसान से नहीं।
-तीनों कृषि कानून वापस लो।
-हम सरकार के साथ मिलकर पाक, चीन के खिलाफ लड़ेंगे।
10:37AM, 3rd Feb
-दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरोज सिंह, गुरजंत सिंह पर 1-1 लाख रुपए का इनाम रखा। जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह, इकबाल सिंह पर 50-50 हजार का इनाम।
Delhi Police announce cash reward of Rs 1 lakh each for information leading to arrest of Deep Sidhu, Jugraj Singh, Gurjot Singh & Gurjant Singh, & Rs 50,000 each for arrest of Jajbir Singh, Buta Singh, Sukhdev Singh & Iqbal Singh for their alleged involvement in Jan 26 violence.
— ANI (@ANI) February 3, 2021
10:13AM, 3rd Feb
-किसान आंदोलन को लेकर राज्यसभा में नारेबाज़ी करने वाले AAP के तीन सांसद निलंबित।
-सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद आज सुबह वेल में उतरकर नारेबाजी कर रहे थे आप सांसद संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता।
09:49AM, 3rd Feb
-हंगामे के बाद संसद की कार्यवाही फिर शुरू।
-कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी नहीं थमा संसद में हंगामा।
-विपक्षी सांसद कर रहे हैं नाराजगी।
09:41AM, 3rd Feb

-आप सांसद संजय सिंह ने वेल में उतरकर की नारेबाजी।
-सभापति वेकैंया नायडू ने घटना पर जताई नाराजगी।
09:13AM, 3rd Feb
-राज्यसभा में फिर उठा किसान आंदोलन का मुद्दा
-कृषि कानून पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष ने किया हंगामा
-कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने उठाया मुद्दा।
08:17AM, 3rd Feb
-संसद में आज में कृषि कानून पर हंगामे के आसार।
-आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी।
08:17AM, 3rd Feb
-भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के समर्थन में आज हरियाणा के जींद जिले में किसानों की महापंचायत में शामिल होंगे।
-टिकैत ने कहा कि अक्टूबर तक खत्म नहीं होगा आंदोलन।
-उन्होंने देशभर में 40 लाख ट्रैक्टर से रैली निकालने की बात भी कही।
-उन्होंने देशभर में 40 लाख ट्रैक्टर से रैली निकालने की बात भी कही।
-सर्वजातीय कंडेला खाप के प्रमुख टेकराम कंडेला ने बताया कि कार्यक्रम के लिए जींद के कंडेला गांव में पर्याप्त व्यवस्था की गई है।We have given the govt time till October. If they do not listen to us, we will go on a pan-country tractor rally of 40 lakh tractors: Rakesh Tikait, BKU leader https://t.co/NFt3m5yrwa pic.twitter.com/VA0v9HC6CB
— ANI (@ANI) February 2, 2021
-कंडेला ने कहा कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए यह बड़ा जमावड़ा होगा। करीब दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दिया है।
-दूसरी खाप ने भी आंदोलन का समर्थन किया है।
08:16AM, 3rd Feb
-कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान संगठनों की एक संयुक्त संस्था, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जोगिंदर सिंह उग्राहा ने कहा कि दिल्ली के बाहरी इलाकों में निरंतर इंटरनेट को निलंबित करने, विरोध स्थलों के आसपास भारी बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगाने से बातचीत के लिए अनुकूल माहौल नहीं बन पाएगा।
-गाजीपुर अब एक किले में तब्दील हो चुका है। आंदोलन में शामिल होने से लोगों को रोकने के लिए प्रदर्शन स्थल की ओर जाने वाले रास्ते पर कई स्तरों पर बैरिकेड और कंटीले तार लगाए गए हैं और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।