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नए कृषि कानून के विरोध में गणतंत्र दिवस पर किसानों की होने वाली ऐतिहासिक "किसान गणतंत्र परेड" से ठीक पहले किसान संगठनों ने अब नया एलान कर सरकार के सामने नई चुनौती पेश कर दी है। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान ट्रैक्टर परेड को लेकर हुई प्रेस कॉफ्रेंस में किसान संगठनों ने एक फरवरी को संसद कूच का एलान कर दिया है। किसान नेता दर्शनपाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक फरवरी को किसान पैदल ही संसद की ओर कूच करेंगे।
किसान संगठनों ने संसद कूच का एलान ऐसे समय किया है कि जब किसानों और सरकार के बीच बातचीत के सभी रास्ते बंद हो चुके है। एक फरवरी को जब संसद में देशOn February 1, we will march on foot towards Parliament in Delhi from different locations: Darshan Pal, Krantikari Kisan Union
— ANI (@ANI) January 25, 2021
(File Photo) pic.twitter.com/sCbBRFxuON
का आम बजट पेश किया जाना है तब किसानों ने पैदल ही संसद कूच का एलान कर सरकार को सीधी चुनौती दे दी है।
वेबदुनिया ने अपनी 2 दिसंबर की खबर में
इस बात का बता दिया था कि अगर किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत नहीं सफल हुई तो किसान संसद की ओऱ कूच करेंगे। किसान आंदोलन के प्रमुख रणनीतिकार और किसान मजूदर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने 2 दिसंबर 2020 को 'वेबदुनिया' से एक्सक्लूसिव बातचीत में साफ कहा था कि “अभी हम बातचीत का इंतजार कर रहे हैं और परिणाम नहीं आता है तो देश के तीन से चार करोड़ लोग (किसान) दिल्ली कूच करेंगे और सीधा संसद पर कब्जा करेंगे”। वेबदुनिया से किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने क्या कहा था आप भी पढ़ें वह एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।
इस बात का बता दिया था कि अगर किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत नहीं सफल हुई तो किसान संसद की ओऱ कूच करेंगे। किसान आंदोलन के प्रमुख रणनीतिकार और किसान मजूदर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने 2 दिसंबर 2020 को 'वेबदुनिया' से एक्सक्लूसिव बातचीत में साफ कहा था कि “अभी हम बातचीत का इंतजार कर रहे हैं और परिणाम नहीं आता है तो देश के तीन से चार करोड़ लोग (किसान) दिल्ली कूच करेंगे और सीधा संसद पर कब्जा करेंगे”। वेबदुनिया से किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने क्या कहा था आप भी पढ़ें वह एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।