दिलीप कुमार की फिल्म 'शहीद' उन्होंने परिवार के साथ बैठकर देखी थी और फिल्म उन्हें पसंद आई थी। फिल्म का अंत देखकर उनकी आँखों में आँसू आ गए थे और उन्होंने यूसुफ से कहा था कि आगे से अंत में मौत देने वाली फिल्में मत करना। इत्तफाक देखिए कि दिलीप कुमार ने फिल्मों में जितने मृत्यु दृश्य किए हैं, उतने किसी अन्य भारतीय अभिनेता ने नहीं दिए। यही नहीं, वे हिन्दी सिनेमा में 'ट्रेजेडी-किंग' कहलाए।