नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कोरोना काल में पैसेंजर ट्रेनें चलाने का बड़ा फैसला किया है। रेलवे के मुताबिक 12 मई से चरणबद्ध तरीके से चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलाई जाएंगी। लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से ही सभी यात्री ट्रेन सेवाएं बंद हैं। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच रेलवे ने यात्रियों के सफर के लिए नए नियम भी बनाए हैं, जिनका सबको पालन करना होगा। जानिए खास 12 बातें
1. शुरुआत में सभी 15 राजधानी ट्रेनों के मार्गों पर वातानुकुलित सेवाएं शुरू होंगी और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान होगा।
2. इन ट्रेनों में सीटें आरक्षित कराने वाले यात्रियों को प्रस्थान के समय से कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा।
3. ये विशेष ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मूतवी को जाएंगी।
4. श्रमिक ट्रेनों से उलट इन ट्रेनों के डिब्बों में सभी 72 सीटों पर बुकिंग होगी और इनके किराए में किसी भी प्रकार की छूट की संभावना भी नहीं है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में एक डिब्बे में अधिकतम 54 यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति है।
5. टिकट बुकिंग खिड़की बंद रहेगी, प्लेटफॉर्म टिकट सहित कोई काउंटर टिकट जारी नहीं होगा।
6. इन ट्रेनों में आरक्षण के लिए बुकिंग आज शाम 4 बजे से शुरू होगी। बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए की जा सकेगी।
7. आरक्षण के दौरान प्राप्त टिकटों पर ‘क्या करें और क्या ना करें’ स्पष्ट रूप से लिखा होगा। उसमें दिशा-निर्देश भी शामिल होंगे।
8. रेलवे यात्रियों को मेडिकल जांच, कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े अन्य प्रोटोकॉल, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग तथा आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा।
9. सिर्फ वैध आरक्षित टिकटधारकों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी।
10. सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे। यात्रा के दौरान ट्रेन बेहद कम स्टेशनों पर रुकेगी।
11. कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए इन ट्रेनों में यात्रियों को कंबल, चादर और तौलिया आदि नहीं दिया जाएगा।
12. ट्रेनों में वातानुकूलन के लिए विशेष नियम होंगे। तापमान सामान्य दिनों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रखा जाएगा और डिब्बों के भीतर ज्यादा से ज्यादा ताजा हवा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।