दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने रोज अंतिम संस्कार की संख्या 289 से बढ़ाकर 365 की
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के बढ़ते मामलों और संक्रमण से रोज हो रही मौतों के मद्देनजर दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने अंतिम संस्कार की क्षमता को रोजाना 289 से बढ़ाकर 365 कर दिया है।
वहीं गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में शवों के प्रबंधन और उनसे जुड़े कार्यों के लिए दिल्ली सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है, जिसका शिक्षक एसोसिएशन ने विरोध किया है। दिल्ली के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, कोविड-19 के कारण पिछले सप्ताह 1,541 लोगों की मौत हुई है।
उसमें कहा कि क्षमता में वृद्धि के बाद कोविड-19 से मरने वालों के लिए 289 चिताएं चिन्हित की गई हैं। नगर निगम द्वारा जारी बयान के अनुसार, पहले एक दिन में 289 लोगों के अंतिम संस्कार की क्षमता थी जिसे बढ़ाकर 365 कर दिया गया है।
कुल क्षमता में से 289 को संक्रमित शवों के लिए रखा गया है।दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में नौ शमशान/ कब्रिस्तान आते हैं- पंजाबी बाग, हस्तसाल, सुभाष नगर, लोधी रोड, सराय काले खां, लाल कुआं, आईटीओ, द्वारका सेक्टर 24 और ग्रीन पार्क।
निगम ने प्रशिक्षित कर्मचारियों को इन जगहों पर तैनात किया है और कचरा निपटान की उचित व्यवस्था की गई है, क्योंकि इन जगहों पर संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। वहीं दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर शवों की निगरानी करने और अर्थी ले जाने वाले वाहनों से समन्वय को लेकर छह शिक्षकों की ड्यूटी जीटीबी अस्पताल में लगाई है।
सरकार के इस आदेश का शिक्षकों के एसोसिएशन ने विरोध किया है और उनका कहना है कि यह काम शिक्षक के पद पर तैनात व्यक्ति के लिए सही नहीं है।(भाषा)