अच्छी खबर: भोपाल में Corona से संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से दोगुना
18 महीने के 'योद्धा' तत्सम ने जंग में कोरोना को दी मात
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर अब राहत देने वाली खबरें सामने आने लगी है। एक ओर जहां संदिग्धों के सैंपल के पॉजिटिव होने में तेजी से कमी आ रही है तो दूसरी ओर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीज तेजी से ठीक हो रहे है। प्रदेश में इंदौर के बाद कोरोना के दूसरे हॉटस्पॉट भोपाल में कोरोना के मरीजों को तेजी से ठीक होने का सिलसिला जारी है।
कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए अस्तपाल में चिरायु से अब तक 200 से अधिक मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है। बुधवार को 18 महीने के तत्सम सहित 14 और मरीज स्वस्थ होकर अपने घर चले गए। चिरायु अस्पताल के डॉक्टर अजय गोयनका के मुताबिक अब तक अस्पताल में लगभग 510 लोगों को इलाज के लिए लाया गया था जिसमें से 200 से अधिक लोग पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके है। जिसमें आज अस्पताल से 21 और लोग और स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होंगे।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना एक सामान्य बीमारी की तरह है और इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अच्छे खानपान और अनुशासित जीवन से शरीर का इम्यून सिस्टम को मजबूत कर इस बीमारी से बेहतर तरीके से लड़ा जा सकता है।
राजधानी भोपाल में कोरोना से मरीजों की स्वस्थ होने की दर 40 फीसदी से उपर है जो देश में औसत रिकवरी रेट 22 फीसदी से लगभग दोगुना है। वहीं भोपाल में रिकॉर्ड संख्या में संदिग्धों के सैंपल लिए जाने के बाद और बड़े पैमाने पर सर्वे से अब कोरोना की रफ्तार भी धीमे धीमे कम पड़ने लगी है।
वहीं अगर कोरोना से बुरी तरह प्रभावित इंदौर की बात करें तो कुल पॉजिटिव 1485 मरीजों में से 221 मरीज पूरी तरह ठीक हो गए है। वहीं इंदौर में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार में अब ब्रेक लगता हुआ दिखाई देता है। इंदौर में संदिग्धों के लिए गए सैंपल में बुधवार सिर्फ 6 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
वहीं अगर पूरे देश की बात करें तो अब तक देश में आठ हजार से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके है। राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना से संक्रमित मरीजों स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले सात दिनों से देश के 80 जिलों में कोरोना का कोई भी नया केस नहीं सामने आया है। इसके साथ 47 जिलों में दो हफ्ते से और 39 जिलों में 21 दिन से कोई नया केस नहीं आया है।