टूटती सांसों को बचाने के लिए पश्चिम बंगाल से 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर कानपुर पहुंची ट्रेन
कानपुर। उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के दौरान टूटती हुई सांसों को बचाने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगे परिजनों के लिए राहत भरी खबर है। पश्चिम बंगाल से एक ट्रेन ऑक्सीजन लेकर पहुंची है और अब माना जा रहा है कि कानपुर सहित आसपास के अन्य जिलों में ऑक्सीजन की किल्लत को समाप्त किया जा सकेगा।
बताते चलें कि रविवार को कानपुर की ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए पश्चिम बंगाल से 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ट्रेन द्वारा पहुंची है, जिसे रिसीव करने के लिए मौके पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के साथ-साथ पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के लोग भी मौके पर मौजूद थे।
पश्चिम बंगाल से आई ऑक्सीजन को रिसीव करने के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ऑक्सीजन के टैंकर को जूही इनलैंड कंटेनर डिपो में उतारा गया और यहां से बिना समय गंवाए आसपास के जिलों को भी सप्लाई के लिए भेजी जाएगी।
जिला प्रशासन के सुपुर्द किए गए टैंकर : कानपुर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत के चलते सैकड़ों जान गंवाने के बाद प्रदेश सरकार तेजी के साथ ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए काम कर रही है, जिसके चलते रविवार को कानपुर व आसपास के जिलों की आपूर्ति को पूरा करने के लिए पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से ट्रेन के द्वारा 80 एमटी ऑक्सीजन के 4 टैंकरों को कानपुर लाया गया है।
ट्रेन के कानपुर पहुंचने की जानकारी होते ही स्टेशन पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, डिप्टी सीटीएम रेलवे, एडीएम सिटी समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए और अपनी देखरेख में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ट्रेन से टैंकर को सुरक्षा व सावधानी के साथ जूही इनलैंड कंटेनर डिपो लाया गया।जहां ऑक्सीजन से भरे 4 टैंकरों को उतारा गया। जिसके बाद कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए रेलवे अफसरों ने ऑक्सीजन से भरे टैंकरों को जिला प्रशासन के सुपुर्द कर दिया।
क्या बोले औद्योगिक विकास मंत्री : औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि ऑक्सीजन की किल्लत प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं होने दी जाएगी।इसी क्रम में आज पश्चिम बंगाल से लाई गई 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन को कानपुर के आसपास के जिलों में सप्लाई किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि ऑक्सीजन के टैंकरों को कन्नौज, औरैया, इटावा आदि जिलों में सप्लाई के लिए भेजा जा रहा है।
वहां से खाली होकर जैसे ही टैंकर लौटेंगे, उन्हें ट्रेन से दोबारा ऑक्सीजन लाने के लिए रवाना कर दिया जाएगा। सरकार देश की जनता की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने देगी, जिसके लिए हमारे अधिकारी व हम सभी लोग रात-दिन काम कर रहे हैं।