पूर्व मंत्री की जगह बीमा एजेंट मैदान में
रायपुर। भाजपा और कांग्रेस पुरजोर कोशिश कर रही हैं कि उनके खाते से एक भी सीट न निकलने पाए। वे ऐन केन प्रकारेण जीत दर्ज करना चाहती हैं। उन्होंने तामझाम करने वाले नेताओं को दरकिनार करते हुए ऐसे लोगों को मैदान में उतारा है, जिनका आम मतदाताओं से गहरा और सीधा संपर्क है। प्रयोग के तौर पर बीमा पालिसी करने वाले एजेंटों को भी मौका दिया गया है, जो हर वर्ग के संपर्क में रहते हैं। राष्ट्रीय पार्टियों के इस प्रयोग ने मुकाबला रोचक बना दिया है। कांग्रेस ने कोंडागाँव में पूर्व मंत्री और दो बार विधायक रहे शंकर सोढ़ी की तुलना में बीमा अधिकारी को ज्यादा दमदार माना है। यही वजह है कि एक बार हारने वाले सोढ़ी की टिकट काटकर बीमा से जुड़े व्यक्ति को मैदान में उतारा गया है। माकड़ी के रहने वाले मोहन मरकाम एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) में विकास अधिकारी हैं। बीमा के प्रसार के लिए उनका नियमित संपर्क एजेंटों से रहता है।कांग्रेस ने उनकी पकड़ को इतना मजबूत माना कि कांग्रेस प्रमुख मानकूराम सोढ़ी के वर्चस्व को दरकिनार कर दिया गया है। बताया जाता है कि मरकाम के क्षेत्र में कई एजेंट हैं, जो चुनाव प्रचार में पार्टी कार्यकर्ता की तरह काम करेंगे। लोग एजेंटों पर भरोसा कर अपनी जमा पूंजी से पालिसी खरीदते हैं। इसलिए माना जा रहा है कि वे मतदाताओं पर अच्छा प्रभाव डालेंगे। इसी तरह भाजपा ने जीत दर्ज करने में एक बीमा एजेंट पर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने एलआईसी के एजेंट को दमदार माना है। लोरमी सीट से जवाहर साहू पेशे से किसान हैं। साथ ही बीमा एजेंट भी हैं। वे क्षेत्र में लोगों के बीच बीमा एजेंट के रूप में पहचाने जाते हैं। बीमा के क्षेत्र में उन्होंने काफी काम किया है। भाजपा ने दंतेवाड़ा से भीमाराम मंडावी को मौका दिया है। वे ग्राम पंचायत में सचिव हैं। पार्टी ने कांग्रेस दिग्गज महेंद्र कर्मा के खिलाफ मैदान में उतारा है। मंडावी जिला पंचायतकर्मी संघ के अध्यक्ष हैं। इस वजह से पंचायतों में उनकी मजबूत पकड़ मानी जा रही है। सभी सचिवों से लेकर सरपंचों तक उनकी पहचान है। जनता के बीच अफसर : भाजपा ने इस चुनाव में एक सरकारी कर्मचारियों को टिकट दी है, वहीं एक प्रत्याशी अफसर की पत्नी हैं। दंतेवाड़ा से पंचायत सचिव मंडावी को मैदान में उतारा गया है, वहीं दुर्ग के डिप्टी आरटीओ एमडी ठाकुर की पत्नी जमुना देवी को खुज्जी से टिकट दिया गया है। ठाकुर केंद्रीय गोंडवाना धमधागढ़ के अध्यक्ष हैं। खुज्जी गोंड बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है। इस वजह से श्रीमती ठाकुर को मौका दिया गया है। (नईदुनिया)