पेटेंट लॉ में पेटेंट कराएं कैरियर
वेबदुनिया डेस्क
लॉ विषय में करियर की संभावनाएं बढ़ने लगी हैं। लॉ में कई करियर क्षेत्र है जिसमें विशेषज्ञता हासिल कर करियर बनाया जा सकता है जैसे साइबर लॉ, कॉर्पोरेट लॉ आदि। लॉ में एक और क्षेत्र है जिसमें विशेषज्ञता हासिल कर करियर बनाया जा सकता है। वह है पेटेंट लॉ।पेटेंट लॉ में करियर की अपार संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र तेजी संभावनाओं वाले क्षेत्र के रूप में उभरा है। इसमें अच्छे वेतन के साथ प्रतिष्ठित पद भी प्राप्त हो सकता है। क्या होता है पेटेंट- किसी भी प्रोडक्ट के निर्माण या किसी खोज से बनने वाले उत्पाद पर एकाधिकार दिया जाता है, ऐसी व्यवस्था को पेटेंट कहा जाता है। पेटेंट होने के बाद कोई भी उस वस्तु को न तो बना सकता है और न बेच सकता है। अगर वह वस्तु बनाता तो उसे इसके लिए लाइसेंस लेना पड़ेगा। इसके लिए उसे रॉयल्टी भी चुकानी पड़ेगी। हर देश में पेंटेट कार्यालय होते हैं। पहले हर देश ने पेटेंट अवधि अपने अनुसार तय की थी, लेकिन विश्व व्यापार संगठन ने इसे बीस वर्ष कर दिया है। पेंटेट लॉ करियर के कई अवसर हैं। इसमें आप पेटेंट एटॉर्नी बनकर भी करियर बना सकते हैं। पेटेंट एटॉर्नी बनने के लिए एलएलबी की डिग्री की आवश्यकता भी नहीं होती है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा को पास कर आप पेटेंट एटॉर्नी बन सकते हैं। इसके लिए उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए। साइंस, इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी में स्नातक या बायोलॉजी, केमेस्ट्री, फिजिक्स, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक, मेडिसिन आदि के विषय के विद्यार्थी भी इस परीक्षा को दे सकते हैं। इस क्षेत्र में पेटेंट एजेंट और पेटेंट एडवोकेट बनकर भी करियर संवारा जा सकता है। देश में कई इंस्टिट्यूट्स पेंटेट लॉ के कोर्सों का संचालन किया जाता है। इन कोर्सों के अंतर्गत पेंटेट कॉनून, कॉपीराइट कानून जैसे बौद्धिक संपदा कानून के पाठ्यक्रमों का अध्ययन कराया जाता है। इसके अतिरिक्त इंटरनेशन एकडेमीशियन, पेटेंट एजेंट और रेजिडेंट फैकल्टी जैसे इंटरनेशनल कोर्सों की जानकारी भी दी जाती है। आईआईटी खड़गपुर के राजीव गांधी स्कूल ऑफ बौद्धिक संपदा लॉ में तीन वर्षीय पूर्णकालीन आवासीय एलएलबी प्रोग्राम करवाया जाता है। पेटेंट लॉ से संबंधित प्रमुख संस्थान हैं- नेशनल लॉ इंस्टिटयूट यूनिवर्सिटी, भोपाल। सिंबायोसिस सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे।नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु।नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरीडिशियल साइंसेज, कोलकाता।इंडियन लॉ सोसाइटी कॉलेज, पुणे।नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, हैदराबाद।गर्वनमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई।