आंखों देखी कहानी है राजा बाउजी की। उम्र होगी पचास के आसपास। दिल्ली में एक छोटे से घर में बड़े परिवार के साथ रहते हैं। एक छोटी-सी घटना बाउजी के जीवन में बड़ा बदलाव लाती है, हालांकि उस समय बाउजी को यह महसूस नहीं होता है। बाउजी की बेटी एक खराब छवि वाले लड़के के साथ देखी जाती है। जब बाउजी के परिवार को यह बात पता चलती है तो वे अपनी बेटी को ताले में बंद कर देते हैं और लड़के की पिटाई करते हैं। बाउजी के मन मुताबिक चीजें नहीं बदलती और वे एक कड़ा फैसला लेते हैं। आंखों देखी एक मजाकिया बूढ़े आदमी की मजेदार यात्रा को बयां करती है।