नुसरत भरुचा की 'जनहित में जारी' का होने जा रहा वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर, जी सिनेमा पर इस दिन आएगी फिल्म
नुसरत भरुचा की फिल्म 'जनहित में जारी सिनेमाघरों में धमाका मचाने के बाद अब टीवी पर प्रसारित होने जा रही है। इस फिल्म का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर 27 अगस्त को जी सिनेमा पर होने जा रहा है। यह फिल्म एक यंग लड़की की कहानी है, जो मध्य प्रदेश के एक छोटे-से शहर में एक चैलेंजिंग नौकरी अपनाती है, जहां उसे अपने परिवार और पूरे शहर की आश्चर्यजनक और अजीबोगरीब प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ता है।
हास्य और व्यंग्य के जरिए एक मजबूत विचार सामने लाती फिल्म 'जनहित में जारी' में एक दिलचस्प कहानी, दमदार परफॉर्मेंस और मसालेदार मनोरंजन है। तो आप भी 27 अगस्त को रात 8 बजे 'जनहित में जारी' का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर देखने के लिए जी सिनेमा पर ट्यून-इन करना ना भूलें।
'ड्रीम गर्ल' के मेकर्स की ओर से पेश की गई अनोखी नारी-प्रधान कॉमेडी फिल्म 'जनहित में जारी' में टैलेंटेड नुशरत भरुचा, मनोकामना के रोल में हैं, जिनके साथ विजय राज़, अनुद सिंह ढाका, बृजेंद्र काला और परितोष त्रिपाठी ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। जय बसंतू सिंह के निर्देशन में बनी यह कॉमिकल व्यंग्यात्मक फिल्म आपको मनोकामना की ज़िंदगी से बांधे रखेगी, जिसमें रोजमर्रा का हास्य शामिल है।
इस फिल्म के बारे में बात करते हुए नुशरत भरुचा ने कहा, मैं एक ऐसे परिवार में बड़ी हुई हूं, जहां हर चीज के प्रति पारदर्शिता थी और किसी प्रकार का कोई बंधन नहीं था। ऐसे में जब मैंने 'जनहित में जारी' की स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मुझे यह बड़ी दिलचस्प लगी। इस फिल्म का सार काफी कुछ PSA की तरह था, लेकिन इसका ट्रीटमेंट अलग था, जो दर्शकों को असहज किए बिना उनके जे़हन में बस जाता है।
उन्होंने कहा, विजय राज़ के साथ काम करना मेरे लिए पूरी तरह नया अनुभव था। उन्होंने मेरे किरदार में बिल्कुल सही कॉन्ट्रास्ट लाया। और 'जनहित में जारी' जैसी कहानी को सामने लाने के लिए थोड़ी ईमानदारी, सोच विचार और अपनेपन की जरूरत पड़ती है। और हमने इन सभी खूबियों को अपनाने की हर संभव कोशिश की है। उम्मीद है, ज़ी सिनेमा के दर्शक इस फिल्म को उतना ही एंजॉय करेंगे, जितना हमने इसे बनाते समय किया।
प्यार, हास्य और जागरूकता से भरी 'जनहित में जारी' एक सामाजिक व्यंग्य है, जो हमें एक महिला सेल्स-पर्सन मनोकामना के सफर पर ले जाती है। मनोकामना एक ऐसी नौकरी अपनाती है, जिसे समाज छोटे शहर की लड़कियों के लिए अच्छा नहीं मानता। इस बीच, कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं ऐसी होती हैं, जो मनोकामना को अपनी नौकरी के प्रति पहले से ज्यादा भावुक और जिम्मेदार बना देती हैं।