सुशांत सिंह केस : संदीप सिंह की कॉल डिटेल्स के आधार पर किए जा रहे कई चौंकाने वाले दावे, सीबीआई करेगी पूछताछ!
सुशांत सिंह राजपूत के केस में सीबीआई जांच कर रही है। सीबीआई ने जब इस केस में एंट्री ली है, कई तथ्य और सवाल उभरकर सामने आए हैं। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद अस्पताल से लेकर उनकी अंतिम क्रिया तक साथ रहे संदीप सिंह इस वक्त चर्चा का विषय हैं।
सुशांत को करीब दोस्त बताने वाले संदीप सिंह की कॉल डिटेल्स के आधार पर कई चौंकाने वाले दावे किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि संदीप और सुशांत की पिछले 10 महीनों के दौरान कोई बात ही नहीं हुई थी। सीडीआर के मुताबिक दोनों के बीच आखिरी बार सितंबर 2019 में बात हुई थी।
सीडीआर के आधार पर यह भी दावा किया जा रहा है कि सुशांत की मौत के अगले दिन यानी 15 जून को संदीप सिंह और मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी के बीच दो बार बात हुई थी। इसके अलावा संदीप सिंह की कॉल डिटेल से यह भी पता चला है कि वे सुशांत का शव ले जाने वाले एंबुलेंस ड्राइवर से लगातार बातचीत कर रहे थे।
संदीप ने ड्राइवर को पहली बार फोन 14 जून को किया था जबकि 16 जून को भी दोनों की बातचीत हुई। वहीं दूसरी तरफ सुशांत सिंह के परिवार का ये भी कहना है कि शमशान भूमि में जब पुलिस सिर्फ 20 लोगो की ही लिस्ट देने की बात सामने आई तो फिर संदीप सिंह ने उन 20 लोगों की लिस्ट अपने मन से ही दे दी थी। परिवार से इसके बारे में बिलकुल भी नहीं पूछा गया था।
संदीप सिंह की कॉल डिटेल के आधार पर यह भी दावा किया जा रहा है कि वे कांग्रेस के दिग्गज नेता संजय निरूपम के संपर्क में थे। दोनों के बीच कई बार बातचीत हुई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले नजर आने वालों में से एक संदीप सिंह ने खुद को अभिनेता का करीबी दोस्त बताया था। वह कूपर अस्पताल से मुर्दाघर तक साथ रहे।
हालांकि बाद में सुशांत के परिवार ने साफ तौर पर कहा कि वह संदीप सिंह को जानते तक नहीं हैं और कभी सुशांत ने उनके बारे में जिक्र भी नहीं किया। इसके बाद संदीप सिंह कई न्यूज़ चैनलों पर आए और लगातार बयान बदलते रहे। इन तमाम वाकयों के बाद संदीप शक के घेरे में आ गए हैं।
खबरों के मुताबिक सीबीआई जल्द ही संदीप सिंह से पूछताछ करेगी। वहीं दूसरी तरफ सीबीआई की टीम सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी से भी लगातार पूछताछ कर रही है। मंगलवार को भी सीबीआई ने DRDO गेस्ट हाउस में सिद्धार्थ से करीब 14 घंटे की लंबी पूछताछ की।