मनोज बाजपेयी की फिल्म 'गुलमोहर' का ट्रेलर रिलीज पारिवारिक भावनात्मक संबंधों का दिखा अद्भुत मेल
एक परिवार का प्यार वास्तव में अद्वितीय और अतुलनीय होता है। यह एक ऐसा बंधन है, जो हमें खुली बाहों से गले लगाता है और जीवन के उतार-चढ़ाव के दौरान हमें मजबूत रखता हैं। पद्म भूषण और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और राष्ट्रीय पुरस्कार अभिनेता मनोज बाजपेयी अभिनीत, राहुल चित्तेला द्वारा निर्देशित बहुप्रतीक्षित फिल्म 'गुलमोहर' भावनात्मक संबंधों, पारंपरिक प्रेम और परिवार को एक साथ रखने वाले सभी तत्वों से भरी हुई है।
फिल्म के प्रमुख कलाकारों में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एक्टर अमोल पालेकर, एक्ट्रेस सिमरन, सूरज शर्मा, कावेरी सेठ और उत्सव झा सहित अन्य शामिल हैं। गुलमोहर 3 मार्च 2023 को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने के लिए तैयार है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है।
गुलमोहर बहु-पीढी के बत्रा परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने 34 साल पुराने परिवार के घर -गुलमोहर से बाहर निकलकर पूरी तरह से तैयार हैं और उनके जीवन में यह बदलाव उन बंधनों की फिर से खोज है, जिन्होंने उन्हें एक साथ रखा है। कुसुम (शर्मिला टैगोर) द्वारा लिया गया एक निर्णय परिवार को आश्चर्यचकित कर देता हैं, विशेष रूप से उनके बेटे अरुण (मनोज बाजपेयी) और अन्य को।
पारिवारिक संबंधों पर फिल्म बनाने पर राहुल चित्तेला ने कहा, समय बदल रहा है, दुनिया के प्रति लोगों का दृष्टिकोण और विशेष रूप से अपने परिवार के प्रति भी लगातार बदल रहा है और विकसित हो रहा है। मेरी सह-लेखिका, अर्पिता मुखर्जी और मैं इस वास्तविकता को एक कहानी के प्रारूप में तलाशने के इच्छुक थे। यह फिल्म सभी उम्र के दर्शको के लिए हमारे बत्रा परिवार के साथ प्यार और एकता का अनुभव करने के लिए है।
मनोज बाजपेयी ने कहा, गुलमोहर बहुत प्यार और दिल से बनी हुई फिल्म है। यह उन सरलताओं और जटिलताओं की पड़ताल करता है जो एक परिवार के भीतर होती हैं। हमारी राजधानी के केंद्र में उपस्थित, यह एक ऐसी फिल्म है जिससे सभी संबंधित हो सकते हैं। शानदार कलाकारों के साथ, गुलमोहर हर एक किरदार के साथ न्याय करती है जहा हर एक दूसरे से अलग दिखता है।
शर्मिला टैगोर ने कहा, गुलमोहर दिखती है कि कैसे बहु-पीढी के लोग अपना व्यक्तिगतत जीवन जीते हुए एक साथ आ सकते हैं। राहुल चित्तेला के पास पारिवारिक संबंधों के बारे में बहुत सूक्ष्म और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण है और उन्होंने इन समीकरणों को खूबसूरती से खोजा है। Edited By : Ankit Piplodiya