टीवी शो 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' के सेट पर सबके लिए घर के बने महाराष्ट्रीयन व्यंजन लाती हैं अदिति जलतारे
कहते हैं जो परिवार साथ मिलकर खाता है, वो साथ रहता है। फूड हमें लोगों, समूहों और समुदायों से जोड़ने में मदद करता है। आपस में बांटकर खाना अभिव्यक्ति का एक बड़ा खूबसूरत रूप है। यह कहने की जरूरत नहीं कि जब क्रिएटिव लोग मिलकर सफलता के उद्देश्य से एक प्रोजेक्ट पर काम करते हैं, तो उनके बीच भी पारिवारिक रिश्ते बन जाते हैं।
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के ताजा शो 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' ने भी अपने दर्शकों को टेलीविजन स्क्रीन से बांध लिया है। इस शो में अहिल्याबाई होल्कर की प्रेरक यात्रा दिखाई गई है, जिन्होंने अपने ससुर मल्हार राव होल्कर के निस्वार्थ एवं अटूट समर्थन से पुरुषवादी समाज के बंधनों को तोड़ा था। उन्होंने यह साबित किया था कि इंसान अपने जन्म या लिंग से नहीं, बल्कि अपने कर्मों से महान बनाता है।
इस शो में अहिल्याबाई होल्कर का किरदार निभा रहीं अदिति जलतारे में कई प्रतिभाएं छुपी हैं। एक तरफ तो उन्होंने अपनी एक्टिंग से हम सभी को प्रभावित कर लिया है, जहां वो भारतीय इतिहास की सबसे कुशल महिला प्रशासकों में से एक मालवा साम्राज्य की शासक का किरदार निभा रही हैं।
वहीं दूसरी ओर, अदिति खाना बनाने की कला में भी हाथ आजमा रही हैं। उन्हें अपनी मां के साथ अलग-अलग महाराष्ट्रीयन पकवान बनाने में बहुत मजा आता है। वैसे अदिति का ज्यादातर समय पुण्यश्लोक अहिल्याबाई के सेट पर गुजरता है, लेकिन इसके बावजूद वो सभी को अपने घर के बने खाने का स्वाद जरूर चखाती हैं।
अपने कुकिंग टैलेंट के बारे में बताते हुए अदिति जलतारे ने कहा, मैं बहुत फूडी हूं और मुझे महाराष्ट्रीयन व्यंजन बहुत पसंद हैं। मैं अपनी मां की निगरानी में ये व्यंजन बनाने में हाथ आजमा रही हूं। मेरे प्रिय पकवान हैं पूरनपोली, कटाची आमटी और दाल वड़े।
उन्होंने कहा, मैं अक्सर पुण्यश्लोक अहिल्याबाई के सेट पर सबके लिए घर के बने व्यंजन लेकर आती हूं और सभी इसका मजा लेते हैं। यही छोटी-छोटी बातें हैं, जिनकी वजह से इस शो की शूटिंग हमें काम जैसी कभी नहीं लगती। इस शो की पूरी यूनिट मेरा दूसरा परिवार बन गई है।