सौमित्र चटर्जी को फाल्के सम्मान
बांग्ला फिल्मों के नामी अभिनेता सौमित्र चटर्जी को इस साल के प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के सम्मान के लिए चुना गया है। सौमित्र ने महान फिल्म निर्माता सत्यजीत राय की 14 फिल्मों में अविस्मरणीय भूमिका निभाई है। पुरस्कार की घोषणा की सूचना मिलने के बाद सौमित्र काफी भावुक हो गए। उन्होंने कहा, "हां, मैंने ऐसा सुना है। स्वभाविक तौर पर मैं बहुत खुश हूं। इस समय मुझे सत्यजीत राय और तपन सिन्हा की काफी याद आ रही है। सौमित्र ने अपना फिल्मी सफर 1959 में सत्यजीत राय की फिल्म " अपूर संसार" से किया था। इसके अलावा उन्होंने "देवी", "चारुलता", "घरे बाइरे" में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। "सोनार केला" फिल्म में जासूस प्रबोध मित्र (फेलूदा) की भूमिका उनकी सबसे मानी जाती है। राय के अलावा उन्होंने तपन सिन्हा की फिल्म "क्षुिदष्टो पाषाण" और मृणाल सेन की "महापृथ्वी" में भी काम किया। सौमित्र को 2004 में पद्म भूषण सम्मान भी दिया गया।सत्यजीत राय की फिल्म "चारुलता" से फिल्मी सफर शुरू करने वाली अभिनेत्री माधवी चक्रवर्ती ने सौमित्र चटर्जी को फाल्के सम्मान दिए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, "मैं अपनी खुशी और गर्व को बयां नहीं कर सकती। उन्हें यह सम्मान पहले ही मिलना चाहिए था।" फिल्म निर्माता रितुपर्णो घोष ने कहा कि फाल्के सम्मान मिलना अच्छा है पर सौमित्र दा सर्वश्रेष्ठ हैं। सौमित्र के साथ पढ़ाई करने वाले साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष सुनील गंगोपाध्याय ने कहा कि यह बंगाल के लिए गर्व की बात है। सौमित्र को शत-शत बधाई।