आयुर्वेद में बताए हैं आम खाने के यह 5 'खास' फायदे, क्या आप जानते हैं?
रसीले पके आम अत्यंत स्वादिष्ट लगते हैं। गर्मियों में इनकी आवक के साथ ही घर-घर में आम के व्यंजन बनने लगते हैं। आम का रस, आम की चटनी, आम के पापड़... और सबसे अच्छा तो इसे यूं ही काट कर खाना माना जाता है। आइए जानते हैं इसके 5 ऐसे फायदे जो आपको अचरज में डाल देंगे।
1. पका आम बहुत ही पौष्टिक होता है। इसमें प्रोटीन,विटामिन व खनिज पदार्थ, कार्बोहाइड्रेट तथा शर्करा विपुल मात्रा में होते हैं।
2. आम मीठा, चिकना, शौच साफ़ लानेवाला, तृप्तिदायक, ह्रदय को बलप्रद, वीर्य की शुद्धि तथा वृद्धि करनेवाला है। यह वायु व पित्त नाशक परंतु कफकारक है तथा कांतिवर्धक, रक्त की शुद्धि करनेवाला एवं भूख बढ़ाने वाला है। इसके नियमित सेवन से रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
3. शुक्रप्रमेह आदि विकारों के कारण जिनको संतानोत्पत्ति न होती हो, उनके लिए पका आम लाभकारक है। कलमी आम की अपेक्षा देशी आम जल्दी पचनेवाला, त्रिदोषशामक व विशेष गुणयुक्त है। रेशासहित, मीठा, पतली या छोटी गुठलीवाला आम उत्तम माना जाता है।
4.यह आमाशय, यकृत, फेफड़ों के रोग तथा अल्सर, रक्ताल्पता आदि में लाभ पहुंचाता है। इसके सेवन से रक्त,मांस आदि सप्तधातुओं तथा वसा की वृद्धि और हड्डियों का पोषण होता है।
5. यूनानी में भी डॉक्टरों के मतानुसार पका आम आलस्य दूर करता है, मूत्र साफ़ लाता है, क्षयरोग (टी.बी.) मिटाता है तथा गुर्दें व मूत्राशय के लिए शक्तिदायक है।