Volkswagen कर रहा भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन उतारने की तैयारी
फॉक्सवैगन समूह की प्रीमियम ब्रांड ऑडी ने वर्ष 2026 तक अपनी सभी कारों को इलेक्ट्रिक बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए 5.35 मीटर लंबी ऑटोमैटिक सेडान ग्रैंडस्फेयर का कॉन्सेप्ट प्रदर्शित किया है, जो बिना स्टियरिंग, क्लच और ब्रेक पैडल एवं डिस्प्ले का है।
ऑडी ने शनिवार को बताया कि ग्रैंडस्फेयर के अलावा इस वर्ष अगस्त में स्फेयर सीरीज के स्पोर्ट्स कार स्काइस्फेयर का कॉन्सेप्ट प्रदर्शित किया गया था। इस सीरीज की एक और कार अर्बनस्फेयर भी है। ऑडी फिलहाल फॉक्सवैगन समूह की अर्द्धशताब्दी की तकनीक सॉफ्टवेयर थिंक टैंक 'कैरियाड' पर काम कर रही है। इस सीरीज की इन तीनों कार को काफी स्पेसियस बनाया गया है।
ऑटोमैटिक ग्रैंडस्फेयर कार के दोनों तरफ के दोनों दरवाजे के बीच में बी-पिलर नहीं दिया गया है, जिससे दोनों दरवाजे आमने-सामने खुलते हैं। इसमें चालक और यात्री की सीट अपने-आप एडजस्ट हो जाती है। इसमें लगने वाला इंफोटेनमेंट सिस्टम भी कमाल है, जैसे यदि यात्री अपने टेबलेट में किसी वीडियो को स्ट्रीम कर रहे हैं तो वह कार में लगे डिस्प्ले से ऑटोमैटिक कनेक्ट हो जाएगा। इसकी महंगी विंडशील्ड और पारदर्शी छत यात्रा को सुखद बनाते हैं।
स्टियरिंग के साथ ही क्लच और ब्रेक पैडल नहीं होना कार की अगली पंक्ति को स्पेसियस बनाता है। चार सीट वाली इस सेडान में फ्रंट की सीट को पीछे तक एडजस्ट किया जा सकता है। यह कार 5.35 मीटर लंबी, दो मीटर चौड़ी और 1.39 मीटर ऊंची है। इसकी फ्रंट लाइट के क्षेत्र को अपनी जरूरत के हिसाब से एडजस्ट किया जा सकता है।
ग्रैंडस्फेयर के फ्रंट और रियल एक्सल के पास इलेक्ट्रिक मोटर लगे होंगे, जो जरूरत के अनुसार सभी व्हील के बीच सामंजस्य स्थापित करेंगे तथा ड्राइविंग और ईंधन की खपत के बीच संतुलन भी बनाएंगे। इस कॉन्सेप्ट कार की आत्मा इसकी 800 वोल्ट की चार्जिंग तकनीक है। इससे काफी कम समय में बैटरी 279 किलोवाट तक चार्ज हो जाएगी।
बैटरी को महज 10 मिनट चार्ज करने पर यह 300 किलोमीटर तक की दूरी तय करने में सक्षम होगी। 25 मिनट से कम समय में बैटरी पांच से 80 प्रतिशत तक चार्ज हो जाएगी। कार को 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार पकड़ने में महज चार सेकंड का समय लगेगा। इसमें ऑडी का एयर सस्पेंशन लगाया गया है, जो मिली सेकंड में चारों व्हील को अलग-अलग ऊपर-नीचे करने में सक्षम बनाता है। यह तकनीक यात्रा को आरामदेह बनाएगी।