सूर्य का मीन राशि में प्रवेश: क्या होगा देश दुनिया का हाल? इन 5 राशि वाले लोगों को होगा नुकसान
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य का राशि परिवर्तन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक महीने में एक बार सूर्य का राशि परिवर्तन होता है, सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति काल कहा जाता है। वर्तमान में सूर्य, शनि की मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं तथा 14 मार्च 2025 तक यहीं पर विराजमान रहेंगे। इसके पश्चात सूर्य का मीन संक्रांति काल प्रारंभ होगा अर्थात सूर्य कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु की राशि मीन में सूर्य राहु का युति संबंध बनेगा जिसे ग्रहण योग भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण योग अच्छा नहीं माना जाता तथा इसके नकारात्मक प्रभाव ज्यादा रहते हैं। मीन राशि में सूर्य के प्रवेश करने से मलमास प्रारंभ होगा तथा मलमास में एक माह तक समस्त मांगलिक कार्यों पर विराम लगेगा। सूर्य राहु के ग्रहण योग के प्रभाव के कारण अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा तथा देश-दुनिया में हिंसक घटनाएं, भूकंप, प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि होगी। सूर्य राहु के ग्रहण योग के कारण 5 राशियों पर सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा तथा इनको सतर्क रहने की आवश्यकता है।
1. मेष राशि: मेष राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर द्वादश भाव में होगा तथा द्वादश भाव में सूर्य राहु का ग्रहण योग बनेगा। इसके प्रभाव से इन राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है तथा मेष राशि वाले व्यक्ति शत्रु पक्ष से परेशान रहेंगे। सूर्य राहु के ग्रहण योग के कारण इनको आर्थिक हानि का भी सामना करना पड़ सकता है तथा जो व्यक्ति कर्ज से परेशान है, उनके लिए यह समय खराब रहने वाला है।
2.मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव में होगा तथा दशम भाव में सूर्य राहु के ग्रहण योग के कारण इनका अपने पिता के साथ मतभेद हो सकता है अथवा पिता सुख में कमी हो सकती है। दशम भाव में ग्रहण योग के प्रभाव से कार्यक्षेत्र में रुकावट आ सकती है तथा प्रतिद्वंदी से व्यक्ति परेशान हो सकता है, नौकरी करने वालों के लिए समय अच्छा नहीं है, नौकरी जाने का डर बना रहेगा।
3.सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर अष्टम भाव में होगा तथा इसके प्रभाव से इन राशि वालों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है तथा आर्थिक हानि का भी योग बन रहा है, सूर्य के अष्टम भाव में होने के कारण इन राशि वालों के मान सम्मान प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। सूर्य के प्रभाव के कारण पारिवारिक लोगों के मध्य तनाव मतभेद हो सकते हैं, अतः अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें।
4.कन्या राशि: कन्या राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर सप्तम भाव में होगा। सप्तम भाव में सूर्य राहु के ग्रहण योग के प्रभाव के कारण इन लोगों का अपने जीवनसाथी के साथ में विवाद तथा मतभेद हो सकते हैं तथा कार्य क्षेत्र में भी रुकावट आ सकती है । सूर्य राहु के प्रभाव के कारण कन्या राशि वाले लोगों को मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है।
5.मीन राशि: मीन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर लग्न भाव में होगा, लग्न भाव में सूर्य राहु के ग्रहण योग के प्रभाव के कारण इन राशि वालों को मानसिक अशांति तथा पीड़ा का सामना करना पड़ेगा। सूर्य राहु के लग्न भाव में होने के कारण इन राशि वालों का अपने जीवनसाथी के साथ में तनाव, मतभेद हो सकते हैं तथा स्वास्थ्य में भी परेशानी हो सकती है।