अपने बड़े भाई और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन की हत्या के दोषी प्रवीण महाजन की लंबी बीमारी और कई दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद बुधवार को पड़ोसी जिले ठाणे में मृत्यु हो गई।
बीमारी के चलते 50 वर्षीय प्रवीण को विशेष छूट मिली थी और मस्तिष्क में रक्तस्राव के बाद गत दिसंबर से वह ज्यूपिटर अस्पताल में भर्ती था। ज्यूपिटर अस्पताल के डॉ. बीडी पाठक ने कहा कि भर्ती होने के बाद से वह कोमा में था और उसकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा था।
उम्रकैद की सजा काट रहे प्रवीण के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे कपिल तथा वैशाली हैं। दोनों कॉलेज के विद्यार्थी हैं।
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल 2006 को प्रवीण अपने बड़े भाई तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन के वरली स्थित आवास पर गया। कुछ देर तल्ख बहस के बाद प्रवीण ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से प्रमोद को गोली मार दी और पुलिस थाने में जाकर समर्पण कर दिया। अठारह दिसंबर 2007 को सत्र अदालत ने उसे दोषी करार दिया और उम्र कैद की सजा सुनाई।
गत वर्ष नवंबर में उसे विशेष छूट दी गई थी, जब उसकी 14 दिन की छुट्टी खत्म होने वाली थी, तभी उसने सिरदर्द तथा रक्तचाप की समस्या की शिकायत की, जिसके बाद उसे 11 दिसंबर की रात ठाणे के ज्यूपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। (भाषा)