अवसरों से भरपूर है कॉमर्स का क्षेत्र
करियर काउंसलर सचिन भटनागर से बातचीत
सुधीर शर्मा अक्सर छोटी उम्र में छात्र विषय का चयन कर लेते हैं लेकिन 12वीं के बाद उनके मन में ये सवाल उमड़ते हैं कि इस विषय से संबंधित किस क्षेत्र में उनके लिए ज्यादा स्कोप है। कई बार जानकारी के अभाव में वे गलत दिशा में आगे बढ़ जाते हैं। आपके मन में भी अगर ऐसे ही सवाल हैं तब आइए जानते हैं करियर काउंसलर सचिन भटनागर से कि कॉमर्स विषय पढ़ने वाले युवा 12वीं के बाद किन क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। सचिन भटनागर के अनुसार, 'कॉमर्स विषय में काफी अवसर होते हैं। 12वीं के बाद कॉमर्स विषय के छात्र सीपीटी की परीक्षा दे सकते हैं। एक्जाम में सफल होने पर चार्टर्ड अकाउंटेट (सीए) की अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। चार्टर्ड अकांउटेंसी एक बहुत अच्छा कोर्स है। अपना ध्यान पढ़ाई पर देने, कड़ी मेहनत और अपने स्ट्रेस को मैनेज करने वाले युवाओं के लिए यह करियर का बहुत ही अच्छा विकल्प है। भारत में सीए की बहुत मांग है और यह काफी सम्मानजनक प्रोफेशन भी माना जाता है। कंपनी सेक्रेटरीज भी कॉमर्स विषय में करियर के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन है। इसके लिए भी युवा रजिस्ट्रेशन करवा कर इसकी परीक्षा दे सकते हैं। इसके अलावा इंडस्ट्रीयल कॉस्ट एंड वर्क अकाउंट का भी कोर्स कर सकते हैं।बीकॉम के साथ कम्यूटर अकाउंटिंग का कोर्स किया जा सकता है। ऑफिशियल सेक्रेट्रीएट के कुछ कोर्सेस भी किए जा सकते हैं। 12वीं या ग्रेज्युएशन के बाद बैंकिंग की परीक्षाएं दी जा सकती हैं। एसएससी रेलवे की परीक्षा दी जा सकती है। सिविल सर्विसेस की परीक्षाएं भी दी जा सकती हैं। ज्यादातर युवा बीकॉम के बाद एमबीए में जाने में रूचि रखते हैं। इनके अलावा कॉर्मस विषय में ई-कॉमर्स करियर के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। आजकल ज्यादातर व्यापार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या नेट पर हो रहा है। इस क्षेत्र में ऐसे युवाओं की आवश्यकता होती है जो टेक्नीकली एक्सपर्ट हों। ई-कॉमर्स का कोर्स नेटवर्किंग और प्रोग्रामिंग की विशेषज्ञता वाला कोर्स होता है जिसमें कॉमर्स, मैनेजमेंट और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, नेटवर्किंग का बहुत ही अच्छे से ज्ञान दिया जाता है। अगर युवा इस कोर्स को करते हैं तो बेहतरीन कंपनियां इससे जुड़ी होती हैं, उनमें अच्छे पैकेजेस के साथ प्लेसमेंट के अवसर होते हैं। 12
वीं के बाद देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी एक कॉमन इंट्रेंस टेस्ट लेती है जिसमें 10वीं का गणित, सामान्य ज्ञान, रिजनिंग, अंग्रेजी वॉक्यूब्लेरी का टेस्ट होता है। इस टेस्ट को पास करने के बाद युवाओं के पास ई-कॉमर्स में पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एमबीए करने का अवसर होता है। इसे करने के बाद युवाओं के पास आगे बढ़ने के अच्छे अवसर होते हैं। कॉमर्स में ग्रेजुएशन के बाद भी अगर यह लगता है कि करियर स्पष्ट नहीं है तब युवाओं को संघर्ष करना पड़ता है। अगर बहुत ही सफल करियर चाहते हैं तो पहले से ही तैयारियां शुरू कर देना बेहतर होता है।' यहां से कर सकते हैं कोर्स -
श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली -
सेंट जेवियर कॉलेज, मुंबई -
सिंबॉयोसिस, पुणे -
प्रेसिडेंसी कॉलेज, चेन्नई -
बी-एम कॉलेज, पुणे इन प्रमुख संस्थानों के अलावा भी देश में बहुत से ऐसे संस्थान हैं जहां आसानी से दाखिला लिया जा सकता है लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखें कि वह एक प्रतिष्ठित संस्थान हो।