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श्रेया नारायण : 'साहब' की 'महुआ'

- रूपिका चौधरी

Shreya Narayan | श्रेया नारायण : ''साहब'' की ''महुआ''
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पिछले कुछ सालों में राजनीतिक घरानों के चश्मो-चिरागों ने अपनी फील्ड चेंज करते हुए राजनीति की बजाय "बी टाउन" को अपने करियर के लिए चुना है। रितेश देशमुख, चिराग पासवान, अरुणोदय सिंह राजनीतिक पृष्ठभूमि छोड़ शो बिजनेस में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन्हीं एक्टरों की फेहरिस्त में अब स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के परिवार की बेटी श्रेया नारायण का नाम भी जुड़ गया है।

हालिया रिलीज "साहब, बीबी और गैंगस्टर" में श्रेया "महुआ" के किरदार में नजर आईं। तिग्मांशु धूलिया द्वारा निर्देशित इस फिल्म को समीक्षकों की काफी सराहना मिली। बोल्ड कंटेन्ट की वजह से भी यह फिल्म काफी चर्चित रही है। फिल्म की सराहना से श्रेया काफी खुश हैं। वे कहती हैं कि मैं बहुत लकी हूं, जो मुझे तिग्मांशुजी के साथ काम करने का मौका मिला। सिनेमा को लेकर उनका दृष्टिकोण अद्भुत है। उन्होंने फिल्म की कहानी को भी बहुत बढ़िया ढंग से लिखा और ट्रीटमेंट भी गजब का किया।

फिल्मों के साथ ही श्रेया यशराज बैनर के टीवी सीरियल "पाउडर" में प्रॉस्टिट्यूट जूली का रोल भी कर रही हैं। मुजफ्फरपुर (बिहार) में जन्मीं श्रेया दिल्ली और जयपुर में पली-बढ़ी हैं। उन्हें बचपन से एक्टिंग में दिलचस्पी थी, सो उन्होंने दिल्ली में थिएटर किया। श्रेया का कहना है कि मेरी एक्टिंग स्किल्स को इम्पू्रव करने में थिएटर से मुझे काफी मदद मिली है।

श्रेया ने अपनी शुरुआत छोटी फिल्म "इक दस्तक" से की, फिर उन्हें सुखविन्दर की "कुछ करिए" में काम करने का मौका मिला। वे बताती हैं कि सुखविन्दरसिंह ने "इक दस्तक" में मेरा काम देखा और मुझसे कहा कि यदि वे कोई फिल्म बनाएँगे तो मुझे जरूर लेंगे। जब उन्होंने "कुछ करिए" बनाई तो अपने वादे के मुताबिक मुझे उसमें लिया। सुखविन्दर के बारे में श्रेया कहती हैं कि वे अपनी फील्ड में टॉप पर हैं। सबके साथ आसानी से घुल-मिल जाते हैं। वे हँसी-मजाक करते हैं, सेट का माहौल मस्तीभरा बनाए रखते हैं। इसके अलावा श्रेया ने "तनु वेड्स मनु" में भी अतिथि भूमिका की है।

आने वाले समय के लिए श्रेया के पास दो फिल्में हैं, जिनमें से एक पर वे इसी महीने काम शुरू करेंगी। श्रेया का कहना है, "जिस तरह की फिल्में एक्टर करना चाहते हैं, वे यदि उन्हें मिल जाती हैं तो वे थोड़े अंधविश्वासी हो जाते हैं। वे उन फिल्मों के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते हैं। ये दोनों फिल्में मेरे लिए काफी बड़ी छलाँग होगी। फिल्में शुरू होने के बाद ही मैं उनके बारे में कुछ और बात करूँगी।"

खैर, अभी तो श्रेया ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की है। यहाँ सफलता पाने के लिए अभी कड़ी मेहनत, इंतजार और भाग्य का साथ चाहिएगा।