अक्षय तृतीया पर सोने-चांदी नहीं इन 7 शुभ चीजों को खरीदने का है महत्व
akshaya tritiya par kya kharide: अक्षय तृतीया, हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ दिन माना जाता है। यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में, यह पावन तिथि 30 अप्रेल के दिन मनाई जाएगी। अक्सर, अक्षय तृतीया पर सोना और चांदी खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर में समृद्धि और लक्ष्मी का वास होता है। हालांकि, ये एक मान्यता है। वास्तव में इस दिन को 'अक्षय' कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'कभी न क्षय होने वाला'। मान्यता है कि इस दिन किए गए कर्म अक्षय होते हैं और जो भी आप करते हैं वह बहु गुणित हो जाता है। अक्षय तृतीया केवल सोना-चांदी खरीदने का ही पर्व नहीं है, बल्कि यह शुभ कर्म करने और सकारात्मकता को आकर्षित करने का दिन है। अक्षय तृतीया पर ऐसी कई शुभ चीजें हैं जिन्हें खरीदकर आप इस पर्व का लाभ उठा सकते हैं और अपने घर में सकारात्मकता ला सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर क्या खरीदें :
-
मिट्टी के बर्तन: अक्षय तृतीया पर मिट्टी के बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। खासकर, पानी भरने का मिट्टी का घड़ा खरीदना और उसे दान करना बहुत पुण्यदायी होता है। यह गर्मी के मौसम में प्यासे लोगों को राहत पहुंचाने का प्रतीक भी है। आप मिट्टी के दीये, कुल्हड़ या अन्य सजावटी सामान भी खरीद सकते हैं।
-
जौ या गेहूं: अक्षय तृतीया कृषि से भी जुड़ा हुआ पर्व है। इस दिन जौ या गेहूं खरीदना और घर में लाना शुभ माना जाता है। यह अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा का प्रतीक है और घर में बरकत लाता है।
-
धान (चावल): धान भी अक्षय तृतीया पर खरीदा जाने वाला एक शुभ अनाज है। इसे घर में लाने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। आप थोड़े से चावल खरीदकर उन्हें पूजा में अर्पित कर सकते हैं और फिर उन्हें गरीबों में दान कर सकते हैं।
-
पूजा सामग्री: यदि आपके घर में पूजा के लिए कुछ नई सामग्री की आवश्यकता है, जैसे कि धूप, दीप, अगरबत्ती, चंदन, या रोली, तो अक्षय तृतीया के दिन इन्हें खरीदना बहुत शुभ होता है।
-
किताबें या ज्ञानवर्धक चीजें: ज्ञान को अक्षय माना जाता है। इसलिए, इस दिन धार्मिक या ज्ञानवर्धक पुस्तकें खरीदना और पढ़ना भी शुभ फलदायी होता है।
-
तुलसी का पौधा: तुलसी का पौधा हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन तुलसी का पौधा लगाना और उसकी सेवा करना घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
-
अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार दान: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अक्षय तृतीया दान का पर्व है। यदि आप कुछ भी खरीदने में सक्षम नहीं हैं, तो भी आप अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों को दान कर सकते हैं। यह अन्न, वस्त्र, धन या किसी अन्य आवश्यक वस्तु के रूप में हो सकता है।
ऊपर बताई गई शुभ चीजों को खरीदकर या दान करके आप इस पर्व का महत्व बनाए रख सकते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस अक्षय तिथि पर श्रद्धा और भक्ति भाव से किए गए कार्य निश्चित रूप से अक्षय फल प्रदान करते हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।