Fact Check: क्या जस्टिन ट्रूडो ने ‘Hindi Imposition’ के खिलाफ तमिलनाडु के आंदोलन का समर्थन किया? जानिए सच
हाल ही में डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि को चेन्नई एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ अधिकारी ने उनसे हिंदी न बोल पाने के कारण पूछा कि क्या वो भारतीय हैं? इस घटना के बाद इस बात पर बहस छिड़ गई कि क्या भारतीय नागरिक होने का मतलब यह है कि उसे हिंदी भाषा समझना और बोलना होगा। इसके बाद लोगों ने ‘I am a Tamizh pesum Indian (मैं तमिल बोलने वाला भारतीय हूं)’ और ‘Hindi theriyathu poda (मैं हिन्दी नहीं जानता)’ स्लोगन वाले टी-शर्ट पहने खुद की फोटो पोस्ट करना शुरू कर दिया।
इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में ट्रूडो ‘Hindi theriyathu poda’ स्लोगन वाली एक टी-शर्ट पकड़े नजर आ रहे हैं। तस्वीर शेयर कर लोग दावा कर रहे हैं कि ट्रूडो ने तमिलनाडु में ‘हिंदी भाषा थोपे जाने’ के विरोध का समर्थन किया है।
वायरल पोस्ट देखें-फेसबुक पर शेयर किए गए एक पोस्ट में तमिल में लिखा है- ‘अगर तमिल या तमिल लोगों को कोई समस्या है तो मैं चुप नहीं रह सकता - कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो।’
क्या है सच-हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें मई 2019 में ट्रूडो द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर मिली, जो हू-ब-हू वायरल तस्वीर जैसी है। इस तस्वीर में टी-शर्ट पर लिखा है- ‘Vaccines cause adults’।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है।