ज्योतिषी का अपहरण कर मांगी 1 करोड़ रुपए की फिरौती, भाजपा नेता गिरफ्तार
कानपुर। कानपुर देहात जिले के भाजपा के एक पूर्व पदाधिकारी ने एक ज्योतिषी का अपहरण कर उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। अपहर्ता ने ज्योतिषी की पत्नी को धमकी भी दी थी कि अगर इस बारे में पुलिस को सूचित किया या फिरौती देने से इंकार किया तो उसके पति की हत्या कर दी जाएगी।
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि मंगलवार को पूर्व भाजपा नेता और उसके 2 सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया तथा ज्योतिषी और उनके चालक को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। उन्होंने बताया कि अपहर्ताओं की पहचान अकबरपुर के रहने वाले पूर्व भाजपा जिला सचिव सत्यम चौहान और उसके दोस्त पंकज के रूप में हुई है। इनका एक अन्य साथी रोहित दिल्ली का रहने वाला है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सत्यम चौहान ने मध्यप्रदेश के चिराखदान रामनगर निवासी ज्योतिषी सुशील तिवारी को फोन किया कि उसके पास एक कथित जादुई बक्सा है, जो उसे 19 जुलाई को मिला है और वह कानपुर देहात आकर उसे देखें। बार-बार फोन करने पर सुशील अपने चालक सुनील के साथ कानपुर देहात पहुंचे, जहां सत्यम और उसके 2 सहयोगियों ने उनका अपहरण कर लिया।
उन्होंने बताया कि बाद में इन लोगों ने ज्योतिषी की पत्नी रानी तिवारी को फोन कर 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और धमकी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी या फिरौती देने से मना किया तो ज्योतिषी की हत्या कर दी जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रानी तिवारी ने इस घटना की जानकारी मध्यप्रदेश पुलिस को दी। इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने कानपुर देहात पुलिस से संपर्क किया और पुलिस तुरंत हरकत में आई तथा सोमवार को मामला दर्ज कर लिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब उस फोन को सर्विलांस के जरिए ट्रैक किया जिससे फिरौती मांगी गई थी तो उसकी लोकेशन रनिया इलाके की निकली। इसके बाद पुलिस ने संबंधित मकान पर छापा मारा और ज्योतिषी तथा उनके चालक को सुरक्षित छुड़ा लिया तथा अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता लगा है कि अपहर्ताओं ने ज्योतिषी सुशील के एटीएम कार्ड से 2 लाख 35 हजार रुपए निकाले हैं। पुलिस ने उस एसयूवी वाहन को भी बरामद कर लिया जिसका इस्तेमाल अपराध में किया गया। कानपुर देहात के भाजपा अध्यक्ष अविनाश चौहान ने बताया कि सत्यम चौहान को पार्टी ने उसके गलत व्यवहार और पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से निकाल दिया था। अब भाजपा से उसका कोई संबंध नहीं है। (भाषा)