Meerut news in hindi : मेरठ का मेडिकल कॉलेज उस समय जंग का अखाड़ा बन गया, जब एक बच्चे के तीमारदारों ने रेजिडेंट डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा दिया। पीड़ित बच्चे के परिजनों की बात मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड में इलाज कर रहें रेजिडेंट डॉक्टरों को अच्छी नही लगी और वह नाराज हो गए। दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और रेजिडेंट डाक्टरों ने पीड़ित पक्ष के साथ मारपीट शुरू कर दी।
मारपीट का वीडियो वहां खड़े किसी शख्स ने अपने मोबाइल में बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मेडिकल के प्रिंसिपल ने प्राथमिक जांच के आधार पर 3 डॉक्टर्स को सस्पेंड कर दिया है। वही तीमारदारों ने डॉक्टर्स के व्यवहार से आहत होकर थाने में भी तहरीर दी है, पुलिस भी मामले की तहकीकात में जुट गई है।
बीती रात्रि मेरठ में कमालपुर गांव से 5 साल का कुणाल इलाज के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज अपने परिजनों के साथ आया था। सोमवार की शाम खेलते हुए कुणाल की एक उंगली कट गई थी, जिसे उपचार के लिए गांव से जिला अस्पताल लाया गया, प्राथमिक उपचार के बाद कुणाल को मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
पीड़ित बच्चे के पिता का आरोप है कि कुणाल दर्द से तड़फ रहा था, इमरजेंसी के डाक्टर मंद गति से काम कर रहे थे, उन्होंने डाक्टर से कहा कि बच्चा तकलीफ में है आप लोग आराम के साथ सही उपचार कर दें। यह सुनकर डाक्टर्स आग बबूला हो गये और कहने लगे कि तू हमें उपचार करना सिखायेगा।
दोनों तरफ से कहासुनी शुरू हो गई और जूनियर डॉक्टरों ने पीड़ित बच्चे के चाचा को पीट दिया। वार्ड में हंगामा होने लगा, बच्चे की चाची अपने पति को पिटता हुआ देखकर बेहोश हो गई। लोगों ने बीचबचाव करके डाक्टरों और तीमारदारों को अलग किया।
मारपीट के 35 सेकंड का वीडियो देखकर हर कोई हैरान हो गया। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि जीवन देने वाले चिकित्सक ही मारपीट पर आतुर हो जायेंगे तो, मरीजों का भगवान ही मालिक है। वही अपने परिवार के साथ मारपीट और हंगामा देखकर कुणाल अंगुली का दर्द भूलकर सहम गया।
वीडियो वायरल होने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन ने जांच शुरू कर दी। वही मौके पर पुलिस ढी पहुंच गई। पीड़ित पक्ष ने डाक्टर्स के खिलाफ मारपीट और उपचार में.लापरवाही के आरोप की तहरीर पुलिस को दी है। पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है।
मेडिकल कॉलेज में हंगामे और वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए प्रिंसिपल आर सी गुप्ता ने इमरजेंसी में सीनियर डॉक्टर्स को भेजकर प्राथमिक जांच करवाई। वायरल वीडियो में तीन चिकित्सक मारपीट करते हुए नजर आए हैं। प्रिंसिपल ने प्राथमिक आधार पर कार्रवाई करते हुए जूनियर डाक्टर अभिषेक, आदित्य और अब्दुल प्रधान को कुछ समय के लिए सस्पेंड कर दिया है।
प्रधानाचार्य आरसी गुप्ता का कहना है कि मामले की जांच चल रही है, वार्ड में डाक्टर्स ने जिस तरह का व्यवहार पीड़ित के परिजनों से किया है, वह उचित नही हे। प्रिंसिपल का मानना है कि रेजिडेंट डाक्टर्स कम उम्र के होते है और वह जरा सी बात पर आक्रोशित हो जाते हैं। जबकि डाक्टरों को गंभीर और धैर्यशील होना चाहिए, छोटी-मोटी बात नाराज नही होना चाहिए।
फिलहाल वीडियो में मारपीट करने वाले जूनियर चिकित्सक सेवाओं से दूर है, घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है जो 5 दिन में अपनी रिपोर्ट प्रधानाचार्य को सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर डाक्टर्स पर कार्रवाई की जायेगी।