जहरीला चारा खाने से दर्जनों गोवंश मौत की गोद में, वीडीओ को सस्पेंड किया
सांथलपुर। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोसंरक्षण को लेकर बेहद सख्त हैं। उन्होंने आवारा गोवंश के लिए गोशालाओं का निर्माण करवाया, सरकारी गोशाला के लिए फंड दिया गया, कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, वहीं प्राइवेट में गोवंश संरक्षण के लिए भी अनुदान दिया जा रहा है।
सरकारी कर्मचारियों की उदासीनता के चलते अमरोहा के सांथलपुर से गोप्रेमियों के लिए दुखद खबर सामने आ रही है। यहां सरकारी गोशाला में जहरीला चारा खाने से दर्जनों गायें मौत के मुंह में समा गईं। गायों की मौत की सूचना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में आलाधिकारी सांथलपुर गांव पहुंच गए।
सांथलपुर गांव में सरकारी गोशाला में 188 रजिस्टर्ड और बड़ी संख्या में लोगों के द्वारा छोड़े गए गोवंश हैं। गुरुवार की सुबह गोशाला कर्मचारियों ने गायों का हरा चारा दिया जिसको खाकर गाय अधमरी होने लगी। पहले तो वहां मौजूद लोग कुछ समझ नहीं पाए लेकिन देखते ही देखते गाय मृत होने लगी और हड़कंप मच गया।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीडीओ) सूचना शाम तक दबाकर बैठ गए। सूत्रों के मुताबिक तब तक 60 गाय दम तोड़ चुकी थी। जैसे ही यह सूचना जिला मुख्यालय पर पहुंची, डीएम दलबल के साथ सांथलपुर गोशाला पहुंचे। गायों के इलाज के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी समेत डॉक्टरों की टीम गाय के इलाज में लग गई है।
जैसे ही इतनी बड़ी संख्या में गायों की एकसाथ मौत का मामला सामने आया तो गोप्रेमी गोशाला पहुंच गए और उन्होंने अधिकारियों के सामने गुस्से का इजहार करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। डीएम बालकृष्ण त्रिपाठी ने आशंका व्यक्त की है कि गायों को दिया जाना वाला चारा जहरीला था। चारे को खाने के बाद गायों की तबीयत बिगड़ी है और 55 गायों की मौत हो गई है जबकि कुछ की हालत गंभीर है, गायों का उपचार चल रहा है।
गायों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी बेहद गंभीर हैं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव पशुधन, निदेशक पशुधन और मुरादाबाद के कमिश्नर को पूरी घटना की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पशुधन मंत्री धर्मपाल को सांथलपुर गोशाला के निरीक्षण के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री की नाराजगी को देखते हुए वीडीओ को निलंबित कर दिया गया है। चारा विक्रेता ताहिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा रही है। वहीं चारे से संबंधित 7 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और अन्य 3 लोगों की तलाश जारी है। मृत गायों का पोस्टमार्टम कराकर दफन दिया गया है, हालांकि कुछ गोवंश की हालत में सुधार होने लगा है।