आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोइबा
मुंबई की घटना में इस संगठन का नाम सामने आने पर एक बात फिर साबित हो गई है कि भारत में लगातार हो रही आतंकी घटनाओं के पीछे लश्कर-ए-तोइबा का ही हाथ है।
* लश्कर के प्रमुख ने इसकी स्थापना कुनार अफगानिस्तान में की थी परंतु बाद वह पाकिस्तान के लाहौर शहर में आ गया तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग कैम्प चलाता है। * लश्कर द्वारा ओसामा बिन लादेन के अल कायदा को दिसंबर 2002 में अफगानिस्तान में अमेरिका के विरुद्ध लड़ाई में मदद की थी।
* इसके पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी संबंध हैं।* वर्ष 2001 तक लश्कर-ए-तोइबा का मुख्यालय एमडीआई काम्प्लेक्स मुरडेक लाहौर था परंतु पाकिस्तान सरकार के दबाव में आकर लश्कर ने मुज्जफराबाद में अपना मुख्यालय बनाया। इसी के बाद नई जनरल काउंसिल भी बनी। जिसमें मौलाना अब्दुल वाहिद कश्मीरी को मुख्य नेता बनाया गया। जकी उन रेहमान लखावी को सुप्रीम कमांडर बनाया गया है जम्मू कश्मीर में। इसके साथ ही कश्मीर में जिले अनुसार लोगों की नियुक्ति की गई है।
यहाँ से मिलता है पैसा : लश्कर-ए-तोइबा जमात उद दवाह के माध्यम से समाज कार्यों के लिए पैसे इकट्ठा करता है। योरप के कई देशों जिनमें मुख्य रूप से ब्रिटेन से समाज कार्यों के लिए पैसा लिया जाता है, जिनका उपयोग आतंकी घटनाओं के लिए किया जाता है। भारत में कश्मीर में आए भूकम्प के बाद जो पैसा इकट्ठा किया गया वह सीधे रूप में लश्कर-ए-तोइबा के पास पहुँचा।
लश्कर द्वारा किए गए हमले * 1 मार्च 2000 में चित्तिसिंग पुरा में 35 सिखों को मारा
* 2005 में लंदन के बम विस्फोटों में अल कायदा के साथ लश्कर का भी हाथ था
* 2005 में दिल्ली में दिवाली के दौरान लश्कर ने बम विस्फोट किए थे जिसमें 60 लोग मारे गए
* 2006 में वाराणसी विस्फोटों में लश्कर व हूजी शामिल, 37 लोगों की मृत्यु
* 2006 में मुंबई ट्रेन विस्फोट में लश्कर का हाथ, 211 लोगों की जान गई
* 12 सितंबर 2006 लश्कर-ए-तोइबा ने पोप के विरुद्ध फतवा जारी किया
* मुंबई बम कांड में लश्कर का हाथ है और इस संबंध में अमेरिकी गुप्तचर संस्थाओं नेभी लश्कर के नाम पर मुहर लगाई है
लश्कर-ए-तोइबा : एक नजर
स्थापना : 1991
प्रमुख : हाफिज मोहम्मद सईद
मकसद : भारत और इसराइल को समाप्त करना तथा हिन्दूवाद व जुडिज्म का विरोध,जम्मू कश्मीर की आजादी, रूस व चीन के विरुद्ध कार्रवाई करना
कार्यक्षेक्ष : भारत,पाकिस्तान और अफगानिस्तान
सोच : इस्लामिक कट्टरता
कौनसे कार्य करते हैं : आत्मघाती हमले, आम नागरिकों को मारना, सुरक्षा बलों पर हमले।