दो सहेलियाँ : किस्मत की कठपुतलियाँ
राजस्थान फिल्मकारों का हमेशा से प्रिय स्थान रहा है। कई फिल्मों की यहाँ शूटिंग हुई है। जी टीवी पर मार्च में आरंभ होने जा रहे है धारावाहिक ‘दो सहेलियाँ : किस्मत की कठपुतलियाँ’ की शूटिंग जैसलमेर और उसके आसपास के स्थानों पर की जा रही है।
रेगिस्तान की रेत, राजस्थानी हवेलियाँ, ऊँट और राजस्थानी संस्कृति की झलक इस धारावाहिक में देखने को मिलेगी। सीरियल के नाम से ही स्पष्ट है कि यह दो सहेलियों की कहानी है, जिनमें अमीरी-गरीबी, ऊँच-नीच जैसे कई अंतर हैं, लेकिन ये सारी बातें उनकी दोस्ती के रास्ते में रूकावट नहीं है। धारावाहिक के एसोसिएट क्रिएटिव डायरेक्टर राहत अली खान बताते हैं कि कहानी की पृष्ठभूमि में राजस्थान है, इसलिए यहाँ पर शूटिंग की जा रही है ताकि सीरियल में वास्तविकता नजर आए। लगभग 50 एपिसोड के बाद मुंबई में शूटिंग की जाएगी। कहानी के बारे में वे बताते हैं कि 6 वर्ष की उम्र से भवरी और मैथिली के बीच दोस्ती दिखाई जाएगी जो उनके युवा होने तक चलती है। दोनों सहेलियों की दोस्ती गाँव वालों को अखरती है क्योंकि एक लड़की ऊँची जाति से है। इस वजह से उनके बीच रूकावट डालने के कई प्रयास किए जाते हैं। बंदिशों के बावजूद वे छुपकर मिलती हैं। जाति प्रथा से दोनों किस तरह निपटती हैं और उनकी जिंदगी में क्या उतार-चढ़ाव आते है, यह धारावाहिक में दिखाया जाएगा। इस धारावाहिक का निर्देशन संजय उपाध्याय ने किया है, जो गोविंद निहलानी के साथ काम कर चुके हैं, जबकि रत्ना सिंह प्रोड्यूसर हैं। भवरी और मैथिली का किरदार क्रमश: अंकिता श्रीवास्तव और सुलग्ना पाणिग्रही निभा रही हैं।