रूना आशीष|
पुनः संशोधित गुरुवार, 15 जुलाई 2021 (17:59 IST)
उन्होंने कहा, हम चाहते थे कि देव का रोल शहीर को ही मिले, लेकिन यह वह समय था जब शहीर इंडोनेशिया रहने लगे थे और उस समय जब हमने बात की तो शहीर हमारे ऑफिस आए तो लेकिन इस रोल के लिए मना करने के लिए। आज देखिए शहीर हमारे इस सीजन टू में भी देव की भूमिका में नजर आ रहे हैं और हमें पूरा यकीन है कि इस बार भी उन्हें उतना ही प्यार मिलेगा।
जब सोनाक्षी के रोल की बात करें तो इसके लिए एरिका को चुनने के पीछे एक ही कारण था। हमें जैसी सोनाक्षी चाहिए थी एरिका बिल्कुल वैसी ही है। मतलब उनके दिखने में सादगी हो और उनकी चाल ढाल कुछ ऐसी लगे कि वह न्यूट्रीशनिस्ट है। वह खाने को नापतोल कर खाना और खिलाना पसंद करने वाली हो।
ऑडिशन में जितनी भी लड़कियां आई, उसमें सबसे अलग कोई याद रहा तो वह एरिका ही थी। ऐसा इसलिए भी था क्योंकि एरिका असल में जैसी है उसे सोनाक्षी को भी वैसा ही रूप देने की कोशिश की है। तो चाहे शहीर की बात करें या फिर एरिका कि इन दोनों को देखकर लगता है कि देव और सोनाक्षी अगर कोई कर सकता है तो यही दोनों कर सकते हैं।
लगभग यही कहानी सुप्रिया की थी। सुप्रिया पिलगांवकर भी इस रोल के लिए जब ममता और यश पटनायक के ऑफिस में मना करने पहुंची थीं। ऐसे में अपने रोल के बारे में बताते हुए सुप्रिया कहती हैं, इस रोल ने मुझे बहुत कुछ दिया। आई तो मैं भी मना करने के लिए ही थी कि जब रोल के लिए बुलाया है तो चलिए निर्माता के ऑफिस में जाकर उन्हें मना करते हैं। इतनी इज्जत देनी चाहिए।
जब से मैंने यह रोल किया तो मेरी निजी जिंदगी में भी बहुत तब्दीली आई है। मैं अपनी सास की बात समझने लगी हूं। अब मुझे समझ में भी आता है कि अगर वह कोई बात कह रही है तो उनके पीछे कोई बुरी मंशा नहीं होती है। हालांकि मैं अभी तक सास नहीं बनी पर मुझे लगता है कि मैं बेहतरीन सास बन पाऊंगी क्योंकि अब मुझे मालूम है सास कैसा सोचती है और बहू के तौर पर तो मैं जानती हूं कि सोच क्या होती है।
सच कहूं तो यह रोल मेरे लिए बहुत ही चैलेंजिंग रहा, क्योंकि इसमें हर वह गुण जो बाकी के सीरियल वाली सास जैसा मुझे बना सकता था और मुझे वही सब नहीं करना था। अपने आप को बहुत सकारात्मक भी रखना था, अच्छा भी रखना था लेकिन अपने अंदर वह भाव भी लाना था जिसकी वजह से सास को सास माना जाता है।