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Last Modified: सोमवार, 6 सितम्बर 2021 (13:28 IST)

अफगानिस्तान में सरकार गठन का जश्न मनाएगा तालिबान, चीन, पाकिस्तान सहित 6 देशों को भेजा न्योता

अफगानिस्तान में सरकार गठन का जश्न मनाएगा तालिबान, चीन, पाकिस्तान सहित 6 देशों को भेजा न्योता - Taliban give final touches to govt formation in Afghanistan, invite China, Pakistan, Russi
काबुल। अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुका तालिबान जल्द ही सरकार गठन करने जा रहा है। खबरों के मुताबिक इसके लिए समारोह आयोजित करेगा। मीडिया खबरों के मुताबिक इस समारोह के लिए उसने 6 देशों को निमंत्रण भेजा है। समारोह के लिए पाकिस्तान, तुर्की, कतर, रूस, चीन और ईरान को निमंत्रण भेजा गया है। 
 
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, काबुल (Kabul) के राष्ट्रपति पैलेस में नई सरकार के गठन की तैयारियां लगभग पूरी हैं। अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को कब्जे में लेने का दावा तालिबान ने किया है। 
 
पंजशीर को कंट्रोल में लेने का दावा : तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के कंट्रोल में है। तालिबान ने अपने विरोधियों के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को नियंत्रण में लेने का दावा किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है।
इलाके में मौजूद चश्मदीदों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया। तालिबान विरोधी लड़ाकों का नेतृत्व पूर्व उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह एवं तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने किया था, जो अमेरिका में 9/11 के हमलों से कुछ दिन पहले मारे गए थे। विशाल हिंदू कुश पहाड़ों में स्थित, पंजशीर घाटी में प्रवेश का एक ही संकीर्ण रास्ता है।
 
मसूद के बेटे अहमद ने रविवार को एक बयान में हाल के दिनों में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि उसकी सेना अपने हथियार डालने को तैयार है, अगर तालिबान अपने हमले रोकने को सहमत हो जाए। कई वाहनों को रविवार रात पंजशीर घाटी में घुसते देखा गया था, जिनमें तालिबान के लड़ाके सवार थे।
 
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति सालेह की ओर से अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है। सालेह ने 15 अगस्त को तालिबान के राजधानी के द्वार पर पहुंचने पर राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया था। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में पंजशीर के निवासियों को आश्वासन दिया कि वे सुरक्षित रहेंगे, जबकि तालिबान के वहां पहुंचने से पहले कई परिवार पहाड़ों में भाग गए थे। 
मुजाहिद ने कहा कि हम पंजशीर के माननीय निवासियों को आश्वासन देते हैं कि उनके साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा, सभी हमारे भाई हैं और हम सभी को देश की सेवा तथा समान हितों के लिए काम करेंगे। पंजशीर घाटी में तालिबान और अहमद मसूद के नेतृत्व वाले नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के लड़ाकों के बीच संघर्ष बढ़ गया था। तालिबान के कई प्रतिनिधिमंडलों ने वहां के कुछ प्रमुख नेताओं से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे थे। तालिबान विरोधी गुट के प्रवक्ता फहीम दशती की भी रविवार को संघर्ष में मौत हो गई।
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