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Last Updated : सोमवार, 6 सितम्बर 2021 (07:55 IST)

Afghanistan crisis : पंजशीर में लड़ रहे मसूद ने तालिबान के सामने युद्ध खत्म करने का प्रस्ताव रखा, UN के प्रतिनिधियों से मिले मुल्ला बरादर

Afghanistan crisis : पंजशीर में लड़ रहे मसूद ने तालिबान के सामने युद्ध खत्म करने का प्रस्ताव रखा, UN के प्रतिनिधियों से मिले मुल्ला बरादर - south asia panjshir ready for peace talk with taliban want to resolve matter
काबुल। अफगानिस्तान के पंजशीर में रेजिस्टेंस फोर्स (अहमद मसूद का गुट) और तालिबान के बीच लड़ाई जारी है। इस बीच खबरें हैं कि रेजिस्टेंस फोर्स ने तालिबान को शांति का प्रस्ताव दिया है। 
 
अफगानिस्तान के उत्तर पूर्वी प्रांत पंजशीर में प्रतिरोध बलों के नेता अहमद मसूद ने कहा कि अगर तालिबान प्रांत छोड़ देता है तो वे लड़ाई बंद करने और बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं। रविवार को लड़ाई में पंजशीर के कई शीर्ष कमांडर मारे गए हैं।
मसूद ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि यदि तालिबान पंजशीर और अंदराब में अपने हमलों तथा सैन्य अभियानों को बंद कर देता है। साथ ही विद्वानों और सुधारकों के साथ एक बड़ी बैठक आयोजित करने और चर्चा तथा बातचीत जारी रखने की उम्मीद करता है, तो राष्ट्रीय प्रतिरोध बल स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए युद्ध को तुरंत रोकने के लिए तैयार है।
 
सालेह के घर हमला : खबरों के मुताबिक तालिबान के खिलाफ लड़ाई में रेसिस्टेंस फ्रंट को बड़ा झटका लगा है। हमले में रेसिस्टेंट फ्रंट के प्रवक्ता फहीम दश्ती की मौत हो गई है। हमले में जनरल अब्दुल वुदूद जारा की भी मौत हो गई है। मीडिया खबरों के मुताबिक अमरुल्ला सालेह के घर पर हेलिकॉप्टर से हमला हुआ है। इसके बाद अमरुल्ला सालेह को पंजशीर में ही किसी अज्ञात जगह छिपना पड़ा है।
 
तालिबान ने विमानों को उड़ानों से रोका : अफगानिस्तान से सैकड़ों लोगों को दूसरे देशों में ले जाने का प्रयास कर रहे कम से कम चार निजी विमानों को उड़ान भरने से तालिबान ने रोक दिया। इन विमानों को उड़ान से रोकने के संबंध में विरोधाभासी खबरें आई हैं। 
 
अमेरिका पर भी अफगानिस्तान से निकलने के इच्छुक लोगों की मदद के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। अफगानिस्तान के उत्तरी हिस्से में स्थित शहर मजार-ए-शरीफ के हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि उड़ान भरने के इच्छुक लोग अफगान नागरिक थे और उनमें से कई के पास वीजा या पासपोर्ट नहीं थे जिसके कारण उन्हें देश छोड़ने से रोक दिया गया। अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी के बाद भी देश में कई ऐसे लोग हैं जो दूसरे देशों में जाना चाह रहे हैं।
अमेरिकियों को बना रखा हैं बंधक : अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति में एक वरिष्ठ रिपब्लिकन सदस्य ने कहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के निकलने के बाद पीछे छूट गए कुछ अमेरिकी नागरिक हवाई अड्डे पर विमान में बैठे हैं लेकिन तालिबान विमान को उड़ने की इजाजत नहीं दे रहा है।
UN के टॉप अधिकारी से मुल्ला बरादर की मुलाकात : तालिबान के वरिष्ठ नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित विदेश मंत्रालय में संयुक्त राष्ट्र में मानवीय मामलों के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ से मुलाकात की।
 
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने एक ट्वीट में कहा कि श्री ग्रिफिथ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान के साथ अपना समर्थन और सहयोग जारी रखेगा। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल ने अफगान लोगों को सहयोग और सहायता जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया तथा कहा कि दानदाता देशों की अगली बैठक अधिक सहायता आकर्षित करने पर केंद्रित होगी।
 
ग्रिफिथ ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों को ‘निष्पक्ष मानवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि’ करने के लिए तालिबान नेतृत्व से मुलाकात की।

उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लाखों जरूरतमंदों को निष्पक्ष मानवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए मैं तालिबान के नेतृत्व से मिला। ”संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा कि ग्रिफ़िथ की काबुल यात्रा संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के ‘अनुरोध पर’ थी।
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