मुंबई। बैंक तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 42 अंक से अधिक बढ़कर 40,487.43 अंक पर बंद हुआ। कारोबार सीमित दायरे में रहा। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 16 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,937.50 अंक पर बंद हुआ।
30 शेयरों वाला सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और दोपहर के कारोबार में स्थिर रहा। अंत में यह 42.28 अंक यानी 0.10 प्रतिशत के लाभ के साथ 40,487.43 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक 40,645.63 से 40,336.56 के दायरे में घटता बढ़ता रहा।
50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 16 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,937.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी सर्वाधिक लाभ में रहा। इसमें 2.06 प्रतिशत की तेजी रही। उसके बाद एक्सिस बैंक, मारुति, रिलायंस, पावर ग्रिड और टाटा स्टील का स्थान रहा।
वहीं दूसरी तरफ टीसीएस, एचसीएल टेक, एल एंड टी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, एसबीआई और आईटीसी में 2.93 प्रतिशत तक की गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) घरेलू बाजार में जोखिम से बच सकते हैं।
इसका कारण अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े, व्यापार वार्ता में प्रगति और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की यथास्थिति बनाए रखने की उम्मीद से वैश्विक बाजार में तेजी आने की उम्मीद है। खंडवार सूचकांकों में बीएसई एनर्जी में सर्वाधिक 1.06 व्रतिशत की तेजी आई। उसके बाद तेल एवं गैस (1.01 प्रतिशत), वाहन (0.75 प्रतिशत) और धातु (0.65 प्रतिशत) का स्थान रहा।
वहीं दूसरी तरफ आईटी सूचकांक सर्वाधिक 1.02 प्रतिशत नीचे आया। उसके बाद रीयल्टी (1.02 प्रतिशत), प्रौद्योगिकी (0.92 प्रतिशत) और पूंजीगत सामान (0.78 प्रतिशत) का स्थान रहा। इस बीच, डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे मजबूत होकर 71.04 पर बंद हुआ।
अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े तथा चीन में निर्यात के कमजोर आंकड़े के बीच एशिया के अन्य शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए निवेशक सतर्क नजर आए। यूरोप में ब्रिटेन का एफटीएसई और पेरिस (फ्रांस) का सीएसी शुरुआती कारोबार में नीचे रहे जबकि फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) स्थिर रहा।