शेयर बाजार की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स लुढ़का, निफ्टी भी फिसला
मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच टीसीएस के तिमाही परिणाम से पहले निवेशकों के सतर्कता बरतने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आए उबाल से कमजोर हुई निवेश धारणा के कारण घरेलू शेयर बाजार लगातार चार दिन की बढ़त खोते हुए गुरुवार को लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 106.41 अंक लुढ़ककर 36,106.50 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 23.65 अंक फिसलकर 10,821.60 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका-चीन के बीच विवाद के सुलझने की संभावना से समर्थन पाकर सेंसेक्स बढ़त के साथ 36,258.00 अंक पर खुला। शुरुआती पहर में यह 36,269.31 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। इसके बाद बाजार में बिकवाली हावी हो गई। बुधवार को कच्चा तेल करीब पांच फीसदी महंगा हो गया।
गुरुवार को भी इसके दाम बढ़े जिससे निवेशकों के बीच हताशा रही। इससे सेंसेक्स 36,070.76 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 0.29 प्रतिशत की गिरावट में 36,106.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से मात्र 13 कंपनियां हरे निशान में रहीं।
निफ्टी भी बढ़त लेता हुआ 10,859.35 अंक पर खुला और यही इसका दिवस का उच्चतम स्तर रहा। कारोबार के दौरान यह 10,801.80 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़कता हुआ अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.31 फीसदी उतरकर 10,821.60 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी की 50 में से 30 कंपनियां गिरावट में और 20 तेजी में रहीं। दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा और छोटी और मंझोली कंपनियों में तेजी का रुख रहा। बीएसई का मिडकैप 0.49 प्रतिशत यानी 74.80 अंक की तेजी में 15,196.40 अंक पर और स्मॉलकैप 0.19 प्रतिशत यानी 27.27 अंक की बढ़त के साथ 14,628.24 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2,754 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,373 में गिरावट और 1,227 में तेजी रही जबकि 150 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित बंद हुए।