Last Modified: नई दिल्ली ,
शनिवार, 10 मार्च 2012 (10:02 IST)
विश्वकप मेजबानी के लिए दावा करेगा भारत
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भारत वर्ष 2015 में विश्व क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप और वर्ष 2017 में होने वाले अंडर-17 फुटबॉल विश्वकप की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश करेगा।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कल यहां अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) के अध्यक्ष जोसेफ सैप ब्लेटर की मौजूदगी में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
पटेल ने कहा कि इससे हमें देश में फुटबॉल का स्तर सुधारने का मौका मिलेगा। अगर हमें विश्व क्लब चैंपियनशिप की मेजबानी मिल जाती है तो मेजबान होने के नाते हमारे एक शीर्ष क्लब को दुनिया के बेहतरीन क्लबों के साथ खेलने का मौका मिल जाएगा।
पटेल ने कहा कि वर्ष 2017 में होने वाले अंडर-17 विश्वकप की मेजबानी मिलने से हम अपनी अंडर-12 टीम को इसके लिए तैयार करेंगे। मेजबान होने के नाते हमारी टीम को वाइल्ड कार्ड मिल जाएगा। इन दोनों टूनामेंटों की मेजबानी पाने के लिए हम अपना पूरा जोर लगा देंगे। मैं साथ ही फीफा से भी इसमें सहयोग करने की अपील करता हूं। अगर ऐसा होता है तो एआईएफएफ और भारत सरकार पर भी देश में फुटबॉल के आधारभूत ढांचे को सुधारने के लिए दबाव बढ़ेगा।
संवाददाता सम्मेलन में एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के कार्यवाहक अध्यक्ष झेंग जिलांग और दक्षिण एशिया से फीफा समिति के सदस्य मणिलाल फर्नांडो भी शामिल थे। फीफा शिष्टमंडल ने इससे पहले राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात करके देश में फुटबाल के परिदृश्य पर चर्चा की।
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि भारत दुनिया की अग्रणी फुटबॉल ताकतों में शुमार हो। ब्लेटर भी भारत को फुटबॉल खेलने वाले देशों की अगली कतार में शामिल होते देखना चाहते हैं। अगर भारत को इन दो टूर्नामेंटों की मेजबानी मिल जाती है तो यह भारतीय फुटबॉल के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होगा। (भाषा)