कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में भोजन परोसने का वीडियो वायरल होने के बाद हुई यह कार्यवाही
सहारनपुर:कबड्डी खिलाड़ियों का खाना शौचालय में रखे जाने के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो पर संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने ढिलाई बरतने के आरोप में जिला खेल अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
अपर मुख्य सचिव (खेल) नवनीत सहगल ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि सहारनपुर के जिला खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है ।
सहगल ने बताया,'जनपद के क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी (आरएसओ) अनिमेष सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पूरे प्रकरण की जांच जिलाधिकारी सहारनपुर को सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि खाना बनाने व खिलाड़ियों को उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करते हुए भविष्य में काम न देने की सख्त चेतावनी दी गई है। साथ ही क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी के अधीनस्थ इस कार्यक्रम में खाना परोसने का कार्य करने वाले विभागीय कर्मियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्ट देने के निर्देश निदेशक खेल को दिए गये है। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रदेश के सभी क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है कि खिलाड़ियों को सुविधा देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
सहारनपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 16 से 19 सितंबर तक लड़कियों की सब-जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें राज्य के 16 संभागों की 300 से अधिक लड़कियों ने भाग लिया था।
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने मंगलवार को कहा कि अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त और राजस्व) रजनीश कुमार मिश्रा को घटना की जांच करने के लिए कहा गया है और वह तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
सिंह ने कहा, खिलाड़ियों को जो दोपहर का खाना परोसा गया वह अधपका था और खिलाड़ियों को पर्याप्त खाना नहीं मिल पाया। इसके अलावा चावल और पूड़़ी को शौचालय में रखा गया था और उससे बदबू आ रही थी। उन्होंने कहा, यह भी पता चला कि खाना स्विमिंग पूल परिसर में पकाया गया था और 300 से अधिक लोगों के लिए भोजन तैयार करने के लिए केवल दो रसोइये लगे हुए थे।" जिलाधिकारी ने बताया कि भोजन तैयार करने के बाद उसे शौचालय में रखा गया था और यहीं से खिलाड़ियों ने खाना लिया।
सिंह ने जांच दल को खिलाड़ियों से बात करने, वीडियो क्लिपिंग प्राप्त करने और रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा, जिला खेल अधिकारी ने इस राज्य स्तरीय टूर्नामेंट के बारे में प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी थी। अगर प्रशासन को आयोजन की सूचना दी जाती तो वह अपने स्तर पर प्रतियोगिता पर विशेष ध्यान देता।
(भाषा)