नई दिल्ली। बार्सिलोना एफसी के महान फुटबॉलर लुई गार्सिया ने भारतीय टीम के स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह ‘विशेष’ खिलाड़ी है जिससे अन्य फुटबॉलरों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
हाल में एएफसी एशियाई कप में सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक गोल करने वाले सक्रिय खिलाड़ियों में दूसरे स्थान पर पहुंच गए। छेत्री के 105 मैचों में 67 गोल हैं, जिससे वह लियोनल मेस्सी (128 मैच में 65 गोल) को पीछे छोड़कर सक्रिय फुटबॉलरों में सर्वाधिक गोल करने के मामले में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दुनिया के दूसरे फुटबॉलर बन गए जिनके 154 मैचों में 85 गोल हैं।
यह पूछने पर कि क्या छेत्री का जन्म गलत देश में हो गया? स्पेन के महान फुटबॉलर गार्सिया ने हंसते हुए कहा, ‘नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता। मैं इसे अलग तरीके से देखता हूं। ऐसे खिलाड़ी देश के लिए विशेष होते हैं, ये इसलिए हैं क्योंकि बाकी अन्य खिलाड़ी आगे बढ़ने के लिए किसी से प्रेरणा लें, आपके पास आदर्श होना चाहिए। भारत में आपके पास इतने आदर्श नहीं है।’
गार्सिया यहां एक कार्यक्रम के मौके पर आए हुए थे। उन्होंने कहा, ‘भारत में इस समय फुटबॉल का जुनून अब बढ़ रहा है, तो उनका (छेत्री का) अनुकरण करो, वह अब भी खेल रहे हैं और जब वह संन्यास लेंगे तो उन्हें राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़े रहना चाहिए, महासंघ के साथ रहना चाहिए। मेरा मानना है कि आप उन्हें नहीं छोड़ सकते, कुछ कमेंटरी करने लगते हैं, मैं गलत संदेश नहीं दे रहा हूं, लेकिन मैं उन्हें टीम की मदद के लिए देखना चाहूंगा।’
भारतीय टीम एएफसी एशियाई कप के दूसरे दौर में क्वालीफाई करने में असफल रही और ग्रुप चरण से ही बाहर हो गई। हालांकि उसने थाईलैंड के खिलाफ पहले ग्रुप मैच में 4-1 से शानदार जीत दर्ज की थी। आईएसएल में खेल चुके गार्सिया से जब भारतीय फुटबॉल के प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि फुटबॉल का जुनून शुरू हो गया है तो लोग और ज्यादा की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन आप जादू नहीं कर सकते, आप दो साल में 25 शानदार खिलाड़ी नहीं तैयार कर सकते, यह सुधार का समय है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत ने अच्छी शुरुआत की लेकिन क्वालीफाई करने में सफल नहीं हो सके। आप मजबूत बन रहे हो लेकिन आप तुरंत नतीजे नहीं हासिल कर सकते। आपको समय चाहिए, अंडर-15 और अंडर-17 के खिलाड़ियों को तैयार कीजिए। पांच साल में ये शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए तैयार रहेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने अंडर-17 विश्व कप देखा, मैंने भारतीय खिलाड़ियों को देखा है, आप उनके अंदर सुधार देख सकते हो, उनका जुनून देख सकते हो। टीम 25 खिलाड़ियों के साथ खेल रही है, लेकिन आपको परिणाम अगले पांच साल में देखने को मिलेगा। आप पहले ही क्वालीफिकशेन में उम्मीद नहीं कर सकते कि जादू होगा और आप क्वालीफाई हो जाओगे।’
यह पूछने पर कि रोनाल्डो या मेस्सी में से किसे बेहतर मानोगे तो फुटबॉल से कमेंटेटर बने गार्सिया ने मेस्सी को महान खिलाड़ी करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘वह शानदार है, तकनीकी रूप से प्रतिभाशाली है। मेस्सी सबमें सर्वश्रेष्ठ हैं जो अपनी टीम को काफी कुछ दे सकता है, हम भी उसके खेलने लुत्फ उठाते, मैं टीवी पर काम रहा हूं, वह हर दिन अपनी टीम के लिए अंतर पैदा करता है और हां, वह मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है, मैं उनका भी सम्मान करता हूं जो लोग ऐसा नहीं मानते।’
कोचिंग देने के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैंने कोचिंग लाइसेंस लेना चाह रहा हूं। देखते हैं क्या होता है, अगर मैं अपने 20 साल के अनुभव का फायदा उठा सकता हूं तो बढ़िया है। मैं अभी जो कर रहा हूं, उसमें खुश हूं।’