केनिन ने अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम जीतकर मुगुरुजा का सपना तोड़ा
मेलबोर्न। सोफिया केनिन (Sofia Kenin) की उम्र सिर्फ 21 बरस है और उन्हें अमेरिकी महिला टेनिस का नया भविष्य माना जा रहा है। केनिन ने शनिवार को ऑस्ट्रेलियाई ओपन (Australian Open) में अपने टेनिस करियर का पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल खेला और स्पेन की गरबाइन मुगुरुजा को 4-6, 6-2, 6-2 से हराकर चैम्पियन बन गई। उन्होंने मुगुरुजा के तीसरे ग्रैंड स्लैम जीतने के सपने को भी तोड़ दिया।
केनिन को ऑस्ट्रेलियन ओपन में 14वीं रैंकिंग मिली थी। केनिन ने महिला टेनिस में दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी के खिलाफ भले ही पहला सेट संघर्ष के बाद गंवाया लेकिन अगले दोनों सेट आसानी से जीत लिए।
मुगुरुजा ने 2017 में विंबलडन और 2016 में फ्रेंच ओपन खिताब जीते थे लेकिन आज वे तीसरे ग्रैंड स्लैम को जीतने के ख्वाब को साकार नहीं कर सकीं। केनिन और मुगरुजा पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में एक-दूसरे के आमने सामने थीं।
हैरत की बात तो यह है कि केनिन सिर्फ तीसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपनी चुनौती पेश कर रही थीं। 2019 में वे पहले ही दौर में बाहर हो गई थी लेकिन इस बार वे चैम्यियन बनकर कोर्ट से बाहर आई, वह भी नए रिकॉर्ड के साथ।
केनिन ऑस्ट्रेलियन ओपन में महिला वर्ग का खिताब जीतने वाली दुनिया की दूसरी सबसे युवा टेनिस खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने 21 बरस की उम्र में यह खिताब अपने नाम किया, जबकि रूसी सुंदरी मारिया शारापोव ने 12 साल पहले 2008 में जब ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था, तब उनकी उम्र 20 वर्ष थी। 2019 में जापान की नाओमी ओसाका 22 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलियन ओपन चैम्पियन बनीं थी।
अमेरिका की नई टेनिस आंधी केनिन ने जब दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियन ओपन में सर्वोच्च वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी को 7-6, 7-5 से हराया था, तभी टेनिस के टीकाकार उन्हें चैम्पियन के रूप में देख रहे थे। दूसरी तरफ विश्व की नंबर 3 खिलाड़ी रोमानिया की सिमोना हालेप को मुगुरुजा ने 7-6, 7-5 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
देखा जाए तो ऑस्ट्रेलियन ओपन के दर्शकों को दोनों ही सेमीफाइनलों में ही फाइनल की झलक मिल गई और संयोग देखिए दोनों ही मैचों में केनिन और मुगुरुजा ने अपने मुकाबलों में समान स्कोर से विरोधी खिलाड़ियों को शिकस्त दी।