नई दिल्ली अगले साल जनवरी में करेगी पहले खो खो विश्व कप की मेजबानी
अगले साल 13 से 19 जनवरी तक इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पहला खो खो विश्व कप आयोजित किया जाएगा।टूर्नामेंट के आयोजकों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह टूर्नामेंट भारत के स्वदेशी खेल को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का मौका है।टूर्नामेंट के घोषणा समारोह के दौरान टीम महाराष्ट्र और शेष भारत के बीच एक प्रदर्शनी मैच खेला गया जिसमें महाराष्ट्र 26-24 से विजयी रहा।
समारोह के दौरान विश्व कप के आधिकारिक लोगो (प्रतीक चिन्ह) और टैगलाइन का भी अनावरण किया गया।टूर्नामेंट में 24 देशों का प्रभावशाली लाइन अप होगा जिसमें पुरुष और महिला दोनों टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी।
टूर्नामेंट में प्रत्येक डिविजन में 16 टीम होंगी जिससे दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।भारतीय खो खो महासंघ (केकेएफआई) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, खो खो हमारे देश की मिट्टी का खेल है। इसलिए हमें इस खेल को मैदान पर लाने पर बहुत गर्व है। खो खो को अंतरराष्ट्रीय खेल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले महासंघ को बहुत धन्यवाद। इस मौके पर युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे भी मौजूद थीं।
उमंग और रंग बिरंगी रोशनी में हुआ खो खो विश्वकप 2025 के लोगो का अनावरणउत्साह, उमंग और रंग बिरंगी रोशनी के बीच बुधवार को केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री रक्षा निखिल खडसे, भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने बुधवार को खो-खो विश्वकप 2025 के लोगो का अनावरण किया।
आज यहां त्यागराज स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वकप लोगो और टैगलाइन द वर्ल्ड गोज खो का अनावरण किया गया। समारोह के दौरान महाराष्ट्र और शेष भारत की टीम के बीच एक शानदार प्रदर्शनी मैच खेला गया जिसे महाराष्ट्र ने 26-24 से जीता।
दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी 2025 तक खो-खो विश्वकप खेला जाएगा। इस खो-खो विश्व कप में महिला और पुरुष वर्ग के मुकाबलों के लिए 24 देशों की 32 टीमें हिस्सा लेंगी।
इस अवसर पर केकेएफआई के अध्यक्ष श्री सुधांशु मित्तल ने कहा “खो खो हमारे देश की मिट्टी का खेल है। इसलिए हमें इस खेल को मंच पर लाने पर बहुत गर्व है। महासंघ को बहुत-बहुत धन्यवाद जिसने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है कि खो खो एक अंतरराष्ट्रीय खेल बन जाए। हमने सबसे पहले इस खेल को अल्टीमेट खो खो लीग के माध्यम से इसके प्रशंसकों तक पहुंचाया और अब पहले खो खो विश्वकप के साथ चीजों को अगले चरण में ले जाने का समय आ गया है।”
उन्होंने कहा कि हम खो खो को ओलंपिक खेलों में शामिल करने के लिये प्रयासरत है।इस अवसर पर केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने कहा, “खो खो महाभारत के समय से हमारे देश के इतिहास का हिस्सा रहा है। भारत सरकार कई स्वदेशी खेलों को बढ़ावा दे रही है और 2025 में खो खो विश्व कप के उद्घाटन संस्करण की मेजबानी उस दिशा में एक कदम है। केकेएफआई को विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर खेल विज्ञान में उनके प्रयासों के लिए बहुत-बहुत बधाई क्योंकि यह खेल के स्तर को दूसरे स्तर पर ले जाता है।”