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Written By WD Sports Desk
Last Modified: गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024 (12:30 IST)

साल 2025 में भारत पहली बार करेगा खो-खो विश्वकप की मेजबानी

भारत में पहली बार होगा खो-खो विश्व कप,24 देश लेंगे हिस्सा

साल 2025 में भारत पहली बार करेगा खो-खो विश्वकप की मेजबानी - India to host first Kho Kho Federation with two dozen nations as participants
भारत में अगले साल खो-खो विश्व कप का आयोजन किया जायेगा जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देश हिस्सा लेंगे।भारतीय खो-खो महासंघ ने अंतर्राष्ट्रीय खो-खो फेडरेशन के सहयोग से 2025 में भारत में पहले खो खो विश्वकप के आयोजन का ऐलान किया है जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देश भाग लेंगे। इसमें 16 पुरुष और 16 महिला टीमें भाग लेंगी।

खो-खो की जड़ें भारत में हैं। आज, यह खेल जो मिट्टी से शुरू हुआ और मैट पर आ गया है और दुनिया भर में 54 देशों के साथ वैश्विक उपस्थिति बना चुका है।

विश्व कप से पहले खेल को बढ़ावा देने के लिए भारतीय खो-खो महासंघ 10 शहरों के 200 एलीट स्कूलों में खेल को ले जाने की योजना बना रहा है। महासंघ स्कूली छात्रों के लिए सदस्यता अभियान भी चलाएगा, जिसका उद्देश्य विश्व कप से पहले कम से कम 50 लाख खिलाड़ियों को पंजीकृत करना है।

भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा,“हम पहले खो-खो विश्व कप की मेजबानी करने के लिए बेहद उत्साहित हैं। यह टूर्नामेंट सिर्फ़ प्रतिस्पर्धा की मिसाल नहीं बनेगा बल्कि यह देशों को एक साथ लाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और दुनिया को खो-खो की सुंदरता और तीव्रता दिखाने का काम करेगा। हमारा अंतिम लक्ष्य 2032 तक खो-खो को ओलंपिक खेल के रूप में मान्यता दिलाना है और यह विश्व कप उस सपने की ओर पहला कदम है।”

इस टूर्नामेंट में एक हफ़्ते तक चलने वाले मैचों की श्रृंखला होगी, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष-स्तरीय एथलीट अपने कौशल, चपलता और टीमवर्क का प्रदर्शन करेंगे। इस बीच, खो-खो विश्व कप का उद्देश्य इस स्वदेशी भारतीय खेल को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाना है। इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट की मेजबानी करके, केकेएफआई 2032 संस्करण तक ओलंपिक खेलों में खो-खो की जगह सुरक्षित करने की इच्छा रखता है, जो खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।(एजेंसी)
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