दोहा। यूसुफ एन नेसरी के हैडर से दागे गोल की बदौलत अंतिम लम्हों में 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद मोरक्को शनिवार को यहां पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप (FIFA World Cup) के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी और अरब देश बना।
मोरक्को की टीम को दूसरे हॉफ के इंजरी टाइम के अंतिम लगभग 6 मिनट 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा लेकिन दुनिया की नौवें नंबर की पुर्तगाल की टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई। दुनिया की 22वें नंबर की टीम मोरक्को के लिए अल थुमामा स्टेडियम में यूसुफ एन नेसरी ने विजयी गोल 42वें मिनट में दागा। मोरक्को का विश्व कप नॉकआउट में यह पहला गोल था।
कतर में अंतिम आठ में पहुंचने वाली यूरोप या दक्षिण अमेरिका से बाहर की एकमात्र टीम मोरक्को फुटबॉल के महासमर के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी देश है। इससे पहले कैमरून ने 1990, सेनेगल ने 2002 और घाना ने 2010 में अंतिम आठ में जगह बनाई लेकिन तीनों में से कोई भी टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी।
टीम ने अब तक अपने अभियान के दौरान सिर्फ एक गोल गंवाया है और वह भी कनाडा के खिलाफ आत्मघाती गोल। पुर्तगाल के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में भी टीम का डिफेंस अडिग रहा जिसकी अगुआई गोलकीपर यासिन बोनाउ ने की। सेमीफाइनल में अब मोरक्को की भिड़ंत 15 दिसंबर को पूर्व चैंपियन इंग्लैंड और गत चैंपियन फ्रांस के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले के विजेता से होगी।
पुर्तगाल की इस हार के बाद यह लगभग तय हो गया है कि पांच विश्व कप में गोल दागने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो अब विश्व कप ट्रॉफी कभी नहीं उठा पाएंगे। यह 37 वर्षीय खिलाड़ी संभवत: अपना अंतिम विश्व कप खेल रहा था।
पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सांतोस ने एक बार फिर पांच बार के साल के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर रोनाल्डो की जगह 21 वर्षीय गोंसालो रामोस को शुरुआती एकादश में शामिल किया जिन्होंने स्विट्जरलैंड के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल में हैट्रिक दागी थी लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
पुर्तगाल की टीम ने मुकाबले में तेज शुरुआत की और दबदबा बनाने का प्रयास किया। टीम को इसका फायदा चौथे ही मिनट में फ्री किक के रूप में मिला लेकिन जोआओ फेलिक्स अपने हैडर से मोरक्को के गोलकीपर यासिन बोनाउ को छकाने में नाकाम रहे।
पुर्तगाल ने 13वें मिनट में बाएं छोर से एक और मूव बनाया। रूबेन नेवेस ने गेंद राफेल गुइरेइरो की ओर बढ़ाई लेकिन उनके तेज शॉट को रामोस अपने नियंत्रण में करने में नाकाम रहे। मोरक्को ने भी इस बीच कुछ मूव बनाए लेकिन टीम को गोल करने में सफलता नहीं मिली।
फेलिक्स के मूव को अजेदिन ओनाही ने विफल किया लेकिन पुर्तगाल को कॉर्नर हासिल करने से नहीं रोक पाया। ब्रूनो फर्नांडिस ने कॉर्नर लिया लेकिन मोरक्को के डिफेंस ने इस हमले को नाकाम कर दिया। मोरक्को ने इसके बाद मैच का रुख बदला और पलटवार करते हुए 42वें मिनट में बाएं छोर से शानदार मूव बनाया।
यूसुफ एन नेसरी ने गोलमुख के सामने आई गेंद को उछलकर हैडर लगाते हुए गोल में पहुंचा दिया। पुर्तगाल के गोलकीपर डियोगो कोस्टा ने यूसुफ एन नेसरी को रोकने का प्रयास किया लेकिन मोरक्को का खिलाड़ी उनसे अधिक तेज निकला।
अर्जेंटीना को कुछ मिनटों बाद बराबरी करने का शानदार मौका मिला लेकिन ब्रूनो गोल करने में नाकाम रहे। इंजरी टाइम के दूसरे मिनट में मोरक्को के पास बढ़त दोगुनी करने का सुनहरा मौका था लेकिन याहिया अतियात अल्लाह का दनदनाता हुआ शॉट गोलकीपर के दाईं ओर से बाहर निकल गया।
दूसरे हॉफ की शुरुआत विपरीत रही। इस बार मोरक्को की टीम अधिक आक्रामक थी। मैच के 48वें मिनट में अचरफ हकीमी पर पुर्तगाल के कप्तान पेपे के फाउल के लिए मोरक्को को फ्री किक मिली। हाकिम जिएश की फ्री किक पर यूसुफ एन नेसरी गोलकीपर कोस्टा की गलती के बावजूद गोल नहीं दाग सके।
पुर्तगाल ने 51वें मिनट में रोनाल्डो को मैदान में उतारा और अगले ही मिनट में उन्होंने बाएं छोर से मूव बनाया लेकिन उनके कमजोर शॉट को गोलकीपर बोनाउ ने आसानी से रोक दिया। तीन मिनट बाद पुर्तगाल के एक और प्रयास को बोनाउ ने आसानी से नाकाम किया।
रामोस के पास 58वें मिनट में हैडर से गोल दागने का मौका था लेकिन उनका शॉट गोलकीपर के बाईं ओर से बाहर निकल गया। अर्जेंटीना की टीम 64वें मिनट में एक बार फिर गोल करने के काफी करीब पहुंची। ब्रूनो ने गोलमुख के सामने दनदनाता हुआ शॉट मारा लेकिन यह क्रॉस बार के ठीक ऊपर से बाहर निकल गया।
बोनाउ ने पुर्तगाल को एक बार फिर बराबरी हासिल करने से वंचित रखा जब फेलिक्स के दाईं तरफ से लगाए करारे शॉट को उन्होंने हवा में गोता लगाते हुए अपने दाएं हाथ से मारकर बाहर कर दिया। फेलिक्स को दाएं छोर से बनाए मूव पर अपने ही पास पर गेंद वापस मिली थी।
मैच के अंतिम लम्हों में बोनाउ ही छाए रहे। विश्व कप जीतने की उम्मीद को बरकरार रखने के लिए रोनाल्डो ने इंजरी टाइम के पहले मिनट में दाएं छोर से मूव बनाया और गेंद लेकर आगे बढ़े लेकिन दाएं पैर से लगाए उनके तेजतर्रार शॉट के सामने बोनाउ दीवार की तरह डटे रहे।
वालिद चेदीरा को अंतिम लम्हों में फेलिक्स पर फाउल के लिए मैच में दूसरी बार पीला कार्ड दिखाया गया जो लाल कार्ड में बदल गया। अंतिम छह मिनट में टीम को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा। चेदीरा ने इससे पहले पेपे पर भी फाउल किया था।
जकारिया अबोखलाल को मोरक्को की बढ़त दोगुना करने का सबसे आसान मौका मिला। वह पुर्तगाल के हॉफ में मिले लंबे पास को अकेले आगे लेकर गोलमुख के समीप पहुंचे। उन्हें अब सिर्फ कोस्टा को छकाना था, लेकिन वह सीधे उनके हाथ में ही शॉट मार बैठे।
इंजरी टाइम खत्म होने से ठीक पहले पेपे को हैडर से गोल दागकर मुकाबले को अतिरिक्त समय में खींचने का मौका मिला लेकिन वह गोलकीपर के दाईं ओर से गेंद को बाहर मार बैठे, जिससे पुर्तगाल की हार सुनिश्चित हो गई। फोटो सौजन्य : यूएनआई
Edited By : Chetan Gour (भाषा)