नई दिल्ली। नरसिंह यादव डोप स्कैंडल से अभी भारत उबर भी नहीं सका था कि एक और डोपिंग मामले ने रियो ओलंपिक की तैयारियों को करारा झटका दिया, जब गोलाफेंक खिलाड़ी इंदरजीत सिंह को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया, लेकिन उसने कहा कि उसके नमूने से छेड़छाड़ की गई।
ओलंपिक से महज 10 दिन पहले इंदरजीत के ए नमूने में स्टेरायड एंड्रोस्टेरोन और एटियोकोलानोलोन के अंश पाए गए। उसे राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी ने इसकी सूचना दे दी। सूत्रों के अनुसार, उसका प्रतिस्पर्धा से इतर टेस्ट 22 जून को कराया गया था।
नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने इंदरजीत के नाम की पुष्टि करने से इनकार कर दिया चूंकि अभी उसके बी नमूने की जांच नहीं की गई है लेकिन कहा कि उसने पिछले महीने अपने ‘ठिकाने’ का कालम नहीं भरा था।
उन्होंने कहा, इंदरजीत सिंह ने जून में अपने रहने की जगह का कालम नहीं भरा था। उसने टेस्ट नहीं दिया। मैं डोप टेस्ट के मामले में इंदरजीत के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन दो एथलीट पॉजीटिव पाए गए हैं जिनमें नरसिंह भी है।
उन्होंने कहा, अनुशासन समिति के सामने सुनवाई होगी। यदि वह (इंदरजीत) संतुष्ट नहीं हैं तो अपीली पेनल के सामने जा सकता है। यदि खिलाड़ी सहयोग करें तो प्रक्रिया पूरी होने में समय नहीं लगता।
सूत्रों ने बताया कि नाडा ने उनसे पूछा है कि यदि वे बी नमूने की जांच चाहते हैं तो सात दिन के भीतर करानी होगी। यदि बी नमूना भी पॉजीटिव पाया जाता है तो वह रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेगा और वाडा की नई आचार संहिता के तहत चार साल का प्रतिबंध भी झेलना होगा। इंदरजीत ने कहा कि उसके खिलाफ साजिश हुई है और उसके नमूने से छेड़छाड़ की गई है।
उन्होंने कहा, यह साजिश है और इसमें कुछ गड़बड़ है। इसकी जांच डॉक्टर करेंगे। मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन इस देश में जो भी आवाज उठाना चाहता है, उसका मुंह बंद कर दिया जाता है। मेरे नमूने से छेड़छाड़ की गई है। कोई खिलाड़ी ऐसा कुछ क्यों लेगा जो उसके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। इंदरजीत उन खिलाड़ियों में से हैं जिसने राष्ट्रीय शिविरों में अभ्यास नहीं किया। वेअपने निजी कोच के साथ अभ्यास करते हैं।
इंदरजीत ने कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन उनका मुंह बंद करने के लिए मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने कहा, मैं अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं लेकिन इस देश में यह बात खिलाड़ी को बर्बाद कर देती है। मैं इसके खिलाफ खड़ा होऊंगा। उन्होंने कहा, मैंने पिछले साल 50 बार डोप टेस्ट दिए और इस साल भी हर जगह दे रहा हूं। बावजूद इसके कि मेरा मुंह बंद करने के लिए मुहिम चलाई जा रही है।
उन्होंने कहा, मैं सीधे भारतीय खिलाड़ियों के लिए बात करता हूं। मेरे साथ पिछले एक साल से बहुत कुछ हो रहा है। मीडिया दिखाता है कि मैं डोप टेस्ट से भाग रहा हूं, लेकिन ऐसा नहीं है। पिछले साल रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले इंदरजीत ने टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना के तहत अमेरिका में अभ्यास किया था।
नरसिंह के मामले में नाडा के डीजी ने कहा कि उसका टेस्ट बाकी खिलाड़ियों की तुलना में ज्यादा बार नहीं हुआ है जैसा कि उसके समर्थक कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुशासन समिति नरसिंह द्वारा अधिकारियों और खिलाड़ियों पर लगाए गए आरोपों की जांच करेगी। उन्होंने कहा, जहां तक उनके आरोपों का सवाल है तो उन्हें अनुशासन पेनल के सामने इन्हें रखना होगा। सभी ओलंपियनों का दो या तीन बार टेस्ट हुआ है।
डीजी ने कहा कि मैं मीडिया ट्रायल पर नहीं जाऊंगा, सिर्फ अनुशासन समिति ही इस पर तय करेगी। अग्रवाल ने यह भी कहा कि नरसिंह के शुरुआती टेस्ट ठीक हुए थे। उन्होंने कहा, दो जून के टेस्ट का नतीजा ठीक था। इसके बाद 25 जून का टेस्ट भी ठीक हुआ। खेलमंत्री विजय गोयल ने कहा कि नरसिंह के भविष्य का निर्धारण करने में प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, सबसे बड़ा सवाल यह है कि नरसिंह रियो जाएगा या नहीं। यदि साजिश हुई भी है तो उसे साबित करने में समय लगेगा। अभी हम सिर्फ रिपोर्ट का इंतजार कर सकते हैं। हम वाडा की आचार संहिता के दायरे में ही काम करेंगे। (भाषा)