भारतीय महिला टीम का लक्ष्य, आयरलैंड से बदला और सेमीफाइनल
लंदन। अनुभवी फॉरवर्ड रानी की अगुवाई में भारतीय महिला हॉकी टीम ने महिला विश्वकप हॉकी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है और अब उसका लक्ष्य गुरुवार को आयरलैंड से बदला चुकाकर सेमीफाइनल में पहुंचना रहेगा।
भारत ने कल क्रॉस ओवर मैच में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए इटली को 3-0 से हराया और क्वार्टर फाइनल में आयरलैंड से भिड़ने का अधिकार हासिल कर लिया। भारत और आयरलैंड टूर्नामेंट के पूल बी में थे जहां भारतीय टीम को ग्रुप चरण में आयरलैंड के हाथों 0-1 से हार झेलनी पड़ी थी।
विश्व में 10वें नंबर की टीम भारत का 16वें नंबर की टीम आयरलैंड से क्वार्टर फाइनल में मुकाबला होने जा रहा है। भारत के पास शानदार मौका है कि वह आयरलैंड से उस हार का बदला चुकाए और साथ ही सेमीफाइनल में भी पहुंचे।
सातवीं बार विश्वकप खेल रही भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1974 के विश्वकप में चौथा स्थान रहा है। मौजूदा भारतीय टीम में सिर्फ कप्तान रानी और दीपिका को ही विश्वकप में खेलने का अनुभव था जबकि बाकी खिलाड़ी पहली बार विश्वकप में खेल रही हैं। इसके बावजूद टीम ने करो या मरो के मुकाबले में बेहतरीन खेल दिखाया।
भारतीय टीम ने तीन पूल मैचों में सिर्फ दो गोल किए थे लेकिन निर्णायक मुकाबले में भारतीय टीम ने तीन गोल दाग दिए। भारत की जीत में लालरेमसियामी, नेहा गोयल और वंदना कटारिया ने गोल किए। भारतीय जीत में सबसे अच्छी बात यह रही कि टीम ने मौके बनाए और मौकों को भुनाया भी। इस मैच में पेनल्टी कार्नर पर दो गोल करने से भारतीय खिलाड़ियों का निश्चित रूप से आत्मविश्वास बढ़ेगा।
कप्तान रानी रामपाल और कोच शुअर्ड मरीने ने इस जीत पर खुशी जताई और साथ ही कहा कि टीम इस लय को क्वार्टर फाइनल में आयरलैंड के खिलाफ बरकरार रखेगी। आक्रमण के साथ साथ भारतीय टीम का डिफेंस भी मजबूत रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने विश्व की 17वें नंबर की टीम इटली को गोल करने से रोके रखा।
भारतीय टीम इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में ओलंपिक चैंपियन इंग्लैंड से हारकर चौथे स्थान पर रही थी। लेकिन विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर उसने अपनी एक मंजिल तो हासिल कर ली है।
भारतीय टीम 1974 के विश्वकप में चौथे स्थान पर रहने के बाद 1978 में सातवें, 1983 में 11वें, 1998 में 12वें 2006 में 11वें और 2010 में नौंवें स्थान पर रही थी। भारत ने शीर्ष आठ टीमों में जगह बनाकर पिछले 40 वर्षों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला है और अब उसके पास 1978 के सातवें स्थान से आगे जाने का मौका है।
वर्ष 2016 एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक और 2017 एशिया कप में खिताब जीतने के बाद भारतीय टीम ने आठ साल पहले के नौंवें स्थान को पीछे छोड़ दिया है और अब उसके पास 1974 के इतिहास की बराबरी पर पहुंचने का पूरा मौका है। भारतीय टीम ने इटली के खिलाफ जैसा प्रदर्शन किया उसे देखते हुए वह आयरलैंड को क्वार्टर फाइनल में भी मात दे सकती है।
ली वेली हॉकी एवं टेनिस सेंटर में यह बहुप्रतीक्षित मुकाबला दो अगस्त को रात को साढ़े 10 बजे से खेला जाएगा। (वार्ता)