बारिश ने खत्म किया भारत-पाक हॉकी फाइनल मैच का रोमांच
मस्कट। एशियाई हॉकी की दो चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों भारत और पाकिस्तान के बीच एशियन चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला रविवार को भारी वर्षा के कारण रद्द कर देना पड़ा और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
भारी वर्षा के कारण फाइनल शुरू नहीं हो पाया और आयोजकों को फाइनल रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा जिससे हॉकी प्रेमियों को भारी निराशा हुई। टूर्नामेंट के इतिहास में यह पहला मौका है जब फाइनल रद्द करना पड़ा और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
इससे पहले मलेशिया ने एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता जापान को पेनल्टी शूट आउट में 3-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 2-2 से बराबर थीं। भारत और पाकिस्तान ने इस तरह तीसरी बार इस टूर्नामेंट का विजेता बनने का गौरव हासिल किया। भारतीय टीम चौथी बार और पाकिस्तानी टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी।
भारत ने पाकिस्तान को 2011 में पेनल्टी शूट आउट में 4-2 से और 2016 में पाकिस्तान को 3-2 से हराकर खिताब जीता था। पाकिस्तान ने 2012 में भारत को 5-4 से और 2013 में जापान को 3-1 से हराकर खिताब जीता था। भारत ने जकार्ता एशियाई खेलों में पाकिस्तान को हराकर कांस्य पदक जीता था।
इससे पहले भारत और पाकिस्तान दोनों को शनिवार को अपने-अपने सेमीफाइनल जीतने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। पाकिस्तान ने पहले सेमीफाइनल में एशियाई खेलों के रजत विजेता मलेशिया को पेनल्टी शूट आउट में 3-1 से पराजित किया जबकि भारत ने एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता जापान को 3-2 से पराजित किया।
विश्व की पांचवें नंबर की टीम भारत ने लीग मैच में जापान को 9-0 से हराया था। इससे पहले भारत ने जकार्ता एशियाई खेलों में जापान को ग्रुप मैच में 8-0 से हराया था लेकिन यहां सेमीफाइनल में जापान से पार पाने में भारत को जूझना पड़ गया।
भारत के आकाशदीप सिंह को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया। भारत को 19वें मिनट में गुरजंत सिंह ने मैदानी गोल कर बढ़त दिलाई। हिरोताका वाकुरी ने 22वें मिनट में जापान को बराबरी पर ला दिया। चिंगलेनसाना सिंह ने 44वें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर पर भारत को 2-1 से आगे कर दिया।
दिलप्रीत सिंह ने 55वें मिनट में गोल कर भारत को 3-1 से आगे कर दिया लेकिन जापान ने अगले ही मिनट में हिरोताका जेनदाना के गोल से स्कोर 2-3 कर दिया। भारत ने जापान के खतरे को भांपते हुए अपने डिफेंस को मजबूत किया और एक गोल की बढ़त को बरकरार रखते हुए फाइनल में जगह बना ली।
पहले फाइनल में पाकिस्तान और मलेशिया के बीच मुकाबला निर्धारित समय में 4-4 से बराबर रहा, जिसके बाद पाकिस्तान ने शूट आउट में 3-1 से जीत हासिल की।