सावन मास प्रारंभ, जानिए कितने सोमवार, कितने प्रदोष और पूजा के शुभ मुहूर्त, विधि, रुद्राभिषेक के साथ 5 अचूक उपाय
11 july sawan 2025 Tithi & Date: उत्तर भारत में 11 जुलाई 2024 शुक्रवार से सावन मास प्रारंभ हो गया है। पहला सोमवार 14 जुलाई को, दूसरा सोमवार 21 जुलाई को, तीसरा सोमवार 28 जुलाई को और चौथा सोमवार 04 अगस्त को रहेगा।
पहला प्रदोष 22 जुलाई को, दूसरा प्रदोष 6 अगस्त को रहेगा। खास त्योहारों में 15 जुलाई को मौना पंचमी, 16 को कर्क संक्रांति, 23 को शिवरात्रि, 24 को हरियाली अमावस्या, 25 को सिंधारा दोज, 29 को नागपंचमी इसके बाद अंत में 9 अगस्त को पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का पर्व रहेगा।
पूजा का मुहूर्त:-शिवलिंग पर प्रात: 5 से 11 बजे के बीच में जल अर्पित कर सकते हैं। 12 से 4 बजे के बीच जल अर्पित नहीं करते हैं। हां, यदि अभिजीत मुहूर्त इस दौरान होतो जल अर्पित कर सकते हैं। 4 के बाद प्रदोष काल में भी जल चढ़ा सकते हैं।
सावन के अचूक उपाय:
1. दीपक: शाम के समय शिव मंदिर में घी का दीपक लगाने वाले व्यक्ति को अपार धन-संपत्ति एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं।
2. जलाभिषेक: मात्र शुद्ध और पवित्र जल या गंगाजल से अभिषेक करने पर शारीरिक एवं मानसिक ताप मिटते हैं।
3. शिवामुट्ठी: अरहर की दाल, अक्षत, गेहूं, काला तिल और मूंग की दाल एक एक मुट्ठी लेकर इसे शिवजी को अर्पित करें। इससे सभी तरह की परेशानी समाप्त हो जाती है।
4. कलश भरें: श्रावण मास सोमवार में सवेरे शिवालय में तांबे के कलश में गंगाजल, अक्षत, सफेद चंदन मिलाकर शिवलिंग पर 'ॐ नम: शिवाय' यह मंत्र बोलते हुए अर्पित करें।
5. महा मृत्युंजय मंत्र: सोमवार को व्रत रखकर महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।