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Last Updated : मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022 (18:36 IST)

शेयर बाजारों में 3 दिन की गिरावट थमी, सेंसेक्स 187 अंक चढ़ा, निफ्टी में भी रही बढ़त

शेयर बाजारों में 3 दिन की गिरावट थमी, सेंसेक्स 187 अंक चढ़ा, निफ्टी में भी रही बढ़त - Stock markets fell for 3 days
मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले 3 कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर मंगलवार को विराम लगा और कारोबार के अंतिम घंटे में ऊर्जा, धातु और वित्तीय शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स 187 अंक चढ़ गया। कारोबारियों के अनुसार इसके अलावा सौदों को पूरा करने के लिए की गई लिवाली से शेयरों में तेजी आई। इससे बाजार को नुकसान से उबरने में मदद मिली।
 
उतार-चढ़ावभरे कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 187.39 अंक यानी 0.33 प्रतिशत मजबूत होकर 57,808.58 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 53.15 अंक यानी 0.31 प्रतिशत लाभ के साथ 17,266.75 अंक पर बंद हुआ।
 
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर 3.10 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, टाइटन और एक्सिस बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में पॉवर ग्रिड, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, कोटक बैंक, एलएंडटी, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। इनमें 1.66 प्रतिशत तक की गिरावट रही। सेंसेक्स के 19 शेयर लाभ में जबकि 11 नुकसान में रहे।
 
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में अधिक उतार-चढ़ाव रहा लेकिन अंत में यह लाभ में बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से दबाव रहा लेकिन घरेलू निवेशकों की लिवाली से इससे निपटने में मदद मिली।
 
उन्होंने कहा कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष की टिप्पणी से यूरोप के बाजारों में तेजी रही। उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति रुख को कड़ा किए जाने की कम संभावना है। इससे वैश्विक निवेशकों की धारणा बेहतर हुई। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 3 दिन की बैठक मंगलवार को शुरू हुई। समिति मुद्रास्फीति को लेकर चिंता तथा उभरते भू-राजनीतिक तनाव के बीच मौद्रिक नीति समीक्षा करेगी। मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा 10 फरवरी को होगी।
 
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस. रंगनाथन ने कहा कि विकसित देशों में नीति-निर्माताओं के समक्ष बढ़ती मुद्रास्फीति को लेकर चुनौती है। वैश्विक शेयर बाजारों में विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के कदमों को लेकर दबाव है। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार में निफ्टी गिरावट के साथ खुला और भू-राजनीतिक चिंता तथा तेल कीमतों में तेजी के बीच संस्थागत निवेशकों की मुनाफावसूली से यह 17,000 अंक के करीब पहुंच गया, हालांकि बाद में कारोबार के अंत में लिवाली में तेजी से बाजार लाभ में बंद हुआ।
 
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट आई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में अच्छी तेजी रही। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत फिसलकर 91.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर 5 पैसे घटकर 74.74 प्रति डॉलर रही। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को 1,157.23 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।