इंफोसिस में भारी बिकवाली से लुढ़का बाजार
मुंबई। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इंफोसिस का लाभ घटने की आशंका में आईटी और टेक समूहों में हुई भारी बिकवाली से गुरुवार को शेयर बाजार बुधवार के 7 महीने के उच्चतम स्तर से नीचे लुढ़क गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 257.20 अंक अर्थात 0.95 फीसदी गिरकर 26,763.46 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 69.45 अंक यानी 0.84 फीसदी टूटकर 8,203.60 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 18 कंपनियों में गिरावट जबकि शेष 12 में तेजी रही।
इंफोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) प्रवीण राव की इस चेतावनी से कि आगामी तिमाहियों में कंपनी के राजस्व वृद्धि में अस्थिरता रह सकती है, आईटी और टेक समूह में जमकर बिकवाली हुई। साथ ही वेतन एवं वीजा लागत में बढ़ोतरी होने से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2 प्रतिशत तक घट सकता है। इससे इंफोसिस के शेयर 4 फीसदी से अधिक लुढ़के।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर 14 और 15 जून को होने वाली बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर बनी अनिश्चितता से विदेशी बाजारों में आई गिरावट का दबाव भी सेंसेक्स और निफ्टी पर रहा। अमेरिका में जारी अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण आंकड़ों के कमजोर रहने के मद्देनजर ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना कमजोर हुई है।
ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 0.90 प्रतिशत गिर गया। जापान का निक्की 0.97, हांगकांग का हैंगसैंग 0.14, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.14 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.32 फीसदी टूटा।
इस दौरान बीएसई के 12 समूहों के शेयर गिरे जबकि शेष 8 में बढ़त रही। आईटी समूह को सबसे अधिक 2.17 फीसदी का नुकसान हुआ। साथ ही कैपिटल गुड्स, ऑटो, वित्त, हेल्थकेयर, एफएमसीजी और टेक समूह के शेयर भी 1.81 फीसदी तक गिरे। धातु समूह में सर्वाधिक 1.59 फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कुल 2,756 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,339 में बिकवाली और 1,230 में लिवाली हुई जबकि 187 के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)