Lok Sabha Chunav 2024 : कंगना रनौत का विरोध, काले झंडे दिखाए, लगे 'गो बैक' के नारे, किस बात को लेकर हुआ विरोध
दलाई लामा की पोस्ट को लेकर थे नाराज
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) उम्मीदवार अभिनेत्री कंगना रनौत को सोमवार को लाहौल-स्पीति के काजा में स्थानीय लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए तथा भाजपा की प्रदेश इकाई ने आरोप लगाया कि उनके काफिले पर पथराव किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंगना के विरोध में नारे लगाए-कंगना, वापस जाओ, कंगना वंगना नहीं चलेगी। वे जाहिर तौर पर पिछले साल अप्रैल में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा पर की गई उनकी टिप्पणी से नाराज हैं।
रनौत ने दलाई लामा को लेकर एक मीम सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि व्हाइट हाउस में दलाई लामा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी शेयर की गई जिसमें छेड़छाड़ कर दलाई लामा को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ जीभ बाहर निकालते हुए दिखाया गया। इसके साथ ही तस्वीर पर टिप्पणी की- दोनों को एक ही बीमारी है, निश्चित रूप से इसीलिए दोनों दोस्त हो सकते हैं।
बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था और यह बाइडन की दलाई लामा के साथ दोस्ती के बारे में महज एक मजाक था।
भाजपा के खातिर प्रचार के लिए रनौत के साथ काजा गए हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की बैठक में खलल डालने की कोशिश की और जब वे लौट रहे थे तो उनके काफिले पर पथराव किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, पहली बार ऐसा हुआ है यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस को उसी स्थान पर रैली करने की अनुमति दी गई, जहां भाजपा को रैली आयोजित करने के लिए पहले ही अनुमति दी जा चुकी थी। हमारी रैली में खलल डालने की कोशिश की गई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शर्मनाक नारे लगाए, हमारे काफिले को रोका गया और पथराव किया जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया।
ठाकुर ने कहा कि वह पूरे राज्य में प्रचार के लिए जाते हैं लेकिन ऐसी हरकत पहली बार हुई है जो कांग्रेस की हताशा को दर्शाती है और वह इस मुद्दे को निर्वाचन आयोग के सामने उठाएंगे।
लाहौल और स्पीति के पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने पीटीआई को बताया कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए लेकिन कोई झड़प नहीं हुई तथा कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि हालांकि एक कार्यकर्ता के पैर में मोच आयी है।
लाहौल-स्पीति के लिए कांग्रेस के चुनाव समन्वयक बिशन शाशनी ने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकर्ता शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन तिब्बती आध्यात्मिक नेता के बारे में रनौत की टिप्पणी से आहत लोग विरोध में शामिल हो गए।
इससे पहले, मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि रनौत स्पीति क्यों नहीं गईं और रिकांग पियो से क्यों लौट आईं? उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें डर है कि दलाई लामा के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे। (भाषा)